15 साल पुराने केस में शुक्रवार(25 अगस्त) को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को दुष्कर्म के एक मामले में दोषी करार दिया। कोर्ट के फैसला सुनाते ही हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में डेरा समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। पंचकूला में उसके समर्थकों ने सुरक्षाबलों और मीडियार्किमयों पर हमला किया और संपत्ति को निशाना बनाया।
डेरा प्रमुख को दोषी ठहराए जाने के बाद हिंसा ने बाबा राम पाल, जाट आंदोलन की हिंसक घटनाओं की याद दिला दी। हरियाणा की भाजपा सरकार शुक्रवार(25 अग्सत) को तीसरी बार बड़ी परीक्षा में असफल रही। हर बार की तरह इस बार भी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की रणनीति धरी की धरी रह गई। इससे पहले बाबा राम पाल की गिरफ्तारी और जाट आंदोलन में भी सरकार का लचर रवैया नजर आया था।
माना जा रहा है कि इस बार भी राज्य सरकार की ओर से सख्ती न बरतने के कारण डेरा समर्थकों ने इस हिंसा को अंजाम दिया। इस हिंसक प्रदर्शन में करीब 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इतना ही नहीं डेरा समर्थकों ने अलग-अलग जगहों पर करीब 100 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है।
देखिए कब-कब खट्टर सरकार नाकाम रही
गुरमीत राम रहीम के भक्तों का कोहराम: 25 अगस्त 2017 को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने जैसे ही डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया उनके समर्थक ने हिंसा को अंजाम दे दिया। जिसमें करीब 30 लोगों की जान चली गई वहीं 250 से अधिक लोग घायल हो गए। जबकि खट्टर सरकार को पहले से ही स्थिति बिगड़ने की खबर थी, इसके बावजूद उन्होंने राम रहीम के समर्थकों के खिलाफ कड़ा कदम नहीं उठा सके हैं।
जाट आंदोलन: 22 फरवरी 2016 में जाट आंदोलन के दौरान में रोहतक और हरियाणा के कई जिलों में भारी हिंसा और लूटपाट हुई। इस हिंसा में करीब 30 लोगों की जान चली गई थी वहीं करीब 350 अरब रुपये की संपत्ति स्वाहा हो गई थी। पुलिस हालात पर काबू पाने में बुरी तरह विफल हो गई तो सेना और अर्द्ध सैनिक बलों को तैनात किया गया था।
रामपाल के भक्तों का कोहराम: नवंबर 2014 में बाबा रामपाल को हिसार के आश्रम से गिरफ्तार करने में देरी हुई, इससे चार हजार से ज्यादा समर्थक आश्रम में इकट्ठा हो गए थे। लिहाजा पुलिस और समर्थकों में भिड़ंत में 6 लोग मारे गए और 150 से ज्यादा घायल हुए थे। रामपाल को गिरफ्तार करने करीब 40 हजार जवानों को लगाया था, जिसमें रैपिड एक्शन फोर्स, नेवी कमांडो, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस शामिल थे।
सीएम मनोहर खट्टर समेत यह लोग रहें इस बार जिम्मेदार
सीएम मनोहर खट्टर: हरियाणा की खट्टर सरकार ने रेप के आरोपी होने के बावजूद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को स्वच्छता मिशन का ब्रांड एंबेसेडर बनाया। पिछले कुछ दिनों से लाखों डेरा समर्थक पंचकूला में जुटते रहे और सरकार सख्त कदम उठाने के आदेश देने से बचते रहे।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा: कुछ दिनों पहले ही हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने धारा-144 को लेकर कहा था कि, श्रद्धा पर धारा 144 लागू ही नहीं होती। इससे अफसरों में भ्रम की स्थिति बनी, डेरा समर्थक पंचकूला के भीतर पहुंच गए और सुरक्षाकर्मी ने उन्हें रोका तक नहीं।
नही माना पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का आदेश: डेरा समर्थकों को हटाने के पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश को DGP बीएस संधू ने नहीं माने हाईकोर्ट ने गुरुवार सुबह डेरा प्रेमियों को खदेड़ने के ऑर्डर मिले, लेकिन शुक्रवार सुबह तक समर्थकों को नहीं हटाया और इन्हीं लोगों ने सेक्टरों में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया।