राहुल गांधी का मोदी सरकार पर बड़ा आरोप, कहा- ‘राफेल सौदे से देश को 40,000 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान’

0

‘जनता का रिपोर्टर’ द्वारा राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे को लेकर किए गए खुलासे के बाद राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया है। कांग्रेस राफेल डील पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को बख्शने के मूड में नहीं हैं। सरकार और विपक्ष के बीच राफेल सौदे को लेकर घमासान जारी है। एक ओर जहां केंद्र सरकार इस सौदे को गोपनीयता का हवाला देकर विस्तृत जानकारी सार्वजनिक करने से बच रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इसमें घोटाले का आरोप लगा रही है।

@INCIndia

समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (19 मार्च) को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार के कारण फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान के सौदे में देश को 40,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राहुल ने एक ट्वीट में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की संप्रग सरकार के दौरान जब लड़ाकू विमान नहीं खरीदे गए तो इस समय ‘हमारी कीमत’ और ‘आपकी कीमत’ के बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ने ट्वीट में कहा, “यूपीए ने राफेल के साथ प्रति विमान 526 करोड़ रुपये में तय किए थे। लेकिन मोदीजी ने प्रति विमान 1,670 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इससे 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ।”

बता दें जनता का रिपोर्टर ने राफेल विमान सौदे को लेकर दो भागों (पढ़िए पार्टी 1 और पार्टी 2 में क्या हुआ था खुलासा) में बड़ा खुलासा किया था। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में भुचाल आ गया। राहुल गांधी अब राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर सीधे तौर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले दिल्‍ली में कांग्रेस के महाधिवेशन के अंतिम दिन पार्टी अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ पर जमकर निशाना साधा था। इस दौरान भी उन्होंने राफेल सौदे का जिक्र किया था।

चाहे मामला भ्रष्‍टाचार का हो या फिर राफेल डील का, या‍ फिर पीएनबी घोटाले का, राहुल ने ने चुन चुनकर हमले किए। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वह खुद में भ्रष्टाचार हैं और उनके नीचे देश का नियंत्रण भ्रष्ट व शक्तिशाली लोगों के हाथ में है। राहुल ने कांग्रेस के अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि, “मोदी नाम भारत के सबसे बड़े व्यापारियों व प्रधानमंत्री के बीच सांठ-गांठ का द्योतक है।”

Previous articleज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मशहूर हिंदी कवि केदारनाथ सिंह का निधन
Next articleचेन्नई: अन्नाद्रमुक नेता शशिकला के पति नटराजन का निधन