शराब पार्टी में बंदूक लेकर नाचने वाले विवादित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की 13 महीने बाद BJP में फिर हुई वापसी

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को हरिद्वार जिले के खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का 13 महीने पहले किया गया निष्कासन रद्द करते हुए उन्हें फिर पार्टी में शामिल कर लिया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत ने प्रणव सिंह चैंपियन की पार्टी में वापसी कराई। बता दें कि, विधायक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था जिसमें वे शराब की बोतलें और बंदूकें लहराते नजर आ रहे थे।

कुंवर प्रणव सिंह

कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का पार्टी में स्वागत करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा, ‘‘अपने आचरण के लिए क्षमा मांगने के बाद चैंपियन का निष्कासन रद्द कर दिया गया है।’’ उन्होंने बताया कि चैंपियन को पार्टी में वापस लेने का निर्णय 13 माह के निष्कासन के दौरान उनके अच्छे आचरण के आधार पर पार्टी ने सामूहिक रूप से कोर कमेटी की बैठक में लिया। पार्टी में वापसी से खुश चैंपियन ने कहा कि भाजपा से बाहर रहते हुए भी वह पार्टी के लिए ही काम करते रहे। चैंपियन में अपने खराब बर्ताव के लिए मीडिया के सामने भी माफी मांगी।

गौरतलब है कि, उनके खिलाफ लगे कई आरोपों में से एक मीडिया के साथ अभद्र व्यवहार भी था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे तब भी अफसोस था और आज मैं फिर अपने किए पर हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। लेकिन निष्कासन की अवधि में भी मैं पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों के लिए काम करता रहा हूं।’’

दरअसल, हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से चौथी बार विधानसभा पहुंचे विधायक प्रणव सिंह चैंपियन अक्सर विवादों से घिरे रहते हैं। विधायक की अनाप-शनाप बयानबाजी और हरकतों से पार्टी को कई बार असहज होना पड़ा है। बार-बार विवादों में घिरे रहने वाले विधायक चैंपियन का एक विवादास्पद वीडियो सामने आने के बाद उन्हें पिछले साल 17 जुलाई को भाजपा ने पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था।

वायरल वीडियो में विधायक अपने समर्थकों के साथ शराब पीते और हाथ में बंदूक उठाये नृत्य करते दिखाई दिए थे। इससे पहले, जून 2019 में अनुशासनहीनता तथा नई दिल्ली में उत्तराखंड निवास में एक पत्रकार को धमकी देने के आरोपों की जांच के बाद चैंपियन को तीन माह के लिए निलंबित किया गया था और पार्टी गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लगा दी गई थी। वर्ष 2016 में कांग्रेस की हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले नौ विधायकों में चैंपियन भी शामिल थे। बाद में उन्होंने अन्य कांग्रेसी विधायकों की तरह भाजपा का दामन थाम लिया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विधायक की पार्टी में वापसी से कई नेताओं में नाराजगी भी है। हालांकि, अभी तक खुलकर किसी भी नेता का विरोध सामने नहीं आया है। प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि चैंपियन ने पिछले 1 साल से कोई भी विवादित बयान नहीं दिया है। वे मर्यादा में रहे हैं और उन्होंने अपनी गलती पर लिखित में माफी मांगी है। (इंपुट: भाषा के साथ)

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