कांग्रेस को उत्तर पूर्व के राज्य मणिपुर में बड़ा झटका लगा है। मणिपुर में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष गोविंदास कोंथौजाम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों का कहना है कि आज राज्य में कांग्रेस पार्टी के 8 विधायक भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। इससे पहले भी पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
गोविंददास कोंथौजम के इस्तीफा देने से कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है। गोविंददास कोंथौजम कांग्रेस पार्टी से बिष्णुपर विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार विधायक चुने गए और विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष भी रहे। पिछले साल दिसंबर में उन्हें मणिपुर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था।
Manipur Pradesh Congress Committee (MPCC) president Govindas Konthoujam has resigned from his post. At least 8 Congress MLAs will join the BJP today: Sources
— ANI (@ANI) July 20, 2021
दरअसल, मणिपुर विधानसभा चुनाव भी 2022 में होने वाले हैं। ऐसे में भाजपा लगातार अपने पांव मजबूत करने की कोशिशों में जुटी है। यही वजह है कि जून महीने में ही भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मणिपुर के प्रदेश अध्यक्ष के पद में बदलाव किया था। भाजपा की कोशिश है कि सत्ता एक बार फिर उनके हाथ में ही रहे।
2017 के विधानसभा चुनाव में 60 सीटों में 28 सीटें कांग्रेस ने जीती और भाजपा ने 21 सीटें जीती थीं, बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत थी। NPP की 4 सीटें थीं, NPF की भी 4 और लोकजनशक्ति पार्टी को एक, टीएमसी एक और निर्दलीय की एक सीटें शामिल कर भाजपा ने बहुमत का नंबर हासिल कर लिया था। भाजपा ने गठबंधन कर सरकार बना ली और बीरेन सिंह मणिपुर के मुख्यमंत्री बन गए। (इंपुट: भाषा के साथ)