प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की आम आदमी पार्टी में वापसी की हो रही है बात: कुमार विश्वास

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मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने सनसनीखेज तरीके से खुलासा करते हुए रविवार (3 दिसंबर) को कहा कि पार्टी प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव सहित उन लोगों से बात कर रही है, जिन्होंने संगठन छोड़ दिया था। यह बातचीत इसलिए की जा रही है, ताकि पार्टी में उनकी वापसी हो सके।

फाइल फोटो

हालांकि, ‘आप’ नेता कुमार विश्वास की इस विवादास्पद टिप्पणी का आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक नजदीकी नेता ने खंडन किया है।

न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, रविवार को कुमार विश्वास ने आप कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा के बाद कहा कि, ‘यदि वह कोई राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं हुआ है और यहां वापस आना चाहता है। यदि किसी ने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है और उसका विलय हमारी पार्टी के साथ करना चाहता है। यदि कोई हमसे नाखुश होकर सामाजिक कार्य करने के लिए चला गया था, सूची लंबी है।

सुभाष वारे से अंजलि दमानिया, मयंक गांधी, धर्मवीर गांधी से प्रशांत जी और योगेंद्र जी। साथ ही उन्होंने कहा कि, ऐसे लोगों की सूची को समन्वित कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं द्वारा उनसे बातचीत की जा रही है, हमने जो गलतियां कीं उसके लिए हम माफ करने के लिए कहेंगे।

हालांकि, स्वराज इंडिया के मुख्य प्रवक्ता अनुपम ने कहा कि, ‘अन्य को वापस आने की अपील करने की बजाय, उन्हें केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को सही रास्ते पर लाना चाहिए।’

बता दें कि, पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप में फाउंडर मेंबर्स में शामिल रहे योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण दोनों नेताओं को अप्रैल, 2015 में ‘आप’ से बर्खास्त कर दिया गया था।

वहीं दूसरी तरफ सुभाष वारे महाराष्ट्र इकाई के पार्टी प्रमुख थे और यादव और भूषण के करीब थे। हालांकि, सुभाष वारे पार्टी का हिस्सा बनने के लिए तैयार है, जिसके तहत उनकी अध्यक्षता वाली राज्य इकाई को तोड़ दिया गया था। सुभाष पुणे के जाने-माने ऐक्टिवस्ट हैं और उनकी इमेज बेहद ईमानदार शख्स की है।

मयंक गांधी के साथ सुभाष वारे ने भूषण और यादव को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति से हटाने का विरोध किया था। बाद में मयंक गांधी ने भी पार्टी छोड़ दी थी। पटियाला से ‘आप’ के सांसद धर्मवीर गांधी को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया गया था।

कुमार विश्वास ने ऐलान किया है कि वह आम आदमी पार्टी ‘वर्जन-2’ बनाएंगे। हालांकि उन्होंने साफ किया कि वर्जन-2 का मतलब नई पार्टी नहीं है बल्कि इसका मतलब पार्टी को ‘बैक टु बेसिक’ की ओर लाने के लिए है, जो संगठन में ‘एंटी-वायरस’ के रूप में कार्य करेगा।

ये एंटी वायरस कार्यकर्ताओं के हैं। कार्यकर्ता सच-सच बताएंगे कि संगठन में कहां दिक्कत है और विधायक कैसा काम कर रहे हैं?

कुमार विश्वास से यह पूछने पर कि ऐंटी-वाइरस की जरूरत क्यों पड़ी और कौन-कौन हैं वाइरस? कुमार ने कहा, वाइरस यह है कि जब हम रामलीला मैदान से चले थे तो 5 लाख थे, इस बार जब हम रामलीला मैदान में थे तो 5 हजार कुर्सियां थीं। 5 लाख से 5 हजार की यात्रा के बीच जो जनता हमसे छूटी है वह वाइरस की वजह से छूटी है। कई वजहों से लोग नाराज हुए हैं।

राज्‍यसभा किसे भेजा जाए, इस मुद्दे पर कुमार विश्‍वास ने कहा कि इस बारे में फैसला कार्यकताओं के मन की बात जानकर किया जाना चाहिए।

बता दें कि, 26 नवंबर को पार्टी के फाउंडेशन डे पर कुमार विश्वास ने रामलीला मैदान में ऐलान किया था कि वह हर रविवार को पार्टी ऑफिस में कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनेंगे। इसी के तहत उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।

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