VIDEO: विरोध प्रदर्शन को कवर करने गए रिपब्लिक टीवी, टाइम्‍स नाउ और जी न्‍यूज के पत्रकारों को JNU के छात्रों ने भगाया

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित मशहूर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र-छात्राओं के विरोध प्रदर्शन को कवर करने गए वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी के इंग्लिश न्यूज़ चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’, टाइम्‍स नाउ और जी न्‍यूज के रिपोर्टरों को विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, इन तीनों टीवी चैनलों के पत्रकारों को छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन की जगह से कथित तौर पर भगा दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

file photo

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें वीडियो में दिख रहा है कि मीडियाकर्मियों से छात्र और छात्राएं साफ तौर पर ‘जी न्‍यूज’, ‘रिपब्लिक टीवी’ और ‘टाइम्‍स नाउ’ चैनल को वहां से जाने के लिए कह रहे हैं। वीडियो में आगे दिख रहा है कि, इसके बाद छात्र रिपब्लिक टीवी के पत्रकार को घेरकर कहते दिख रहें है कि, ‘नो, नो रिपब्लिक, यह एक सामूहिक फैसला है।’

वहीं एक लड़की घूमकर इसी चैनल के पत्रकार से कहती हुई सुनाई देती है कि, ‘प्‍लीज जाइए, हम तमीज से कह रहे हैं। हम रिक्‍वेस्‍ट कर रहे हैं। प्‍लीज जाइए। और जब पत्रकार ने कहा कि वह सिर्फ एक बाइट चाहता है तो लड़की ने कहा कि, ‘नहीं, आप एक बाइट, आपको एक सेंटेंस की जरूरत नहीं है। प्‍लीज, चले जाइए।’

जनता का रिपोर्टर‘ इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। यह वीडियो आउटलुक ने जारी किया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

देखिए वीडियो :

जनसत्ता.कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अटेंडेंस की अनिवार्यता हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आदेश के अनुसार, अगर किसी छात्र की कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति नहीं होती है तो उसकी छात्रावास सुविधा और छात्रवृत्ति/फेलोशिप जब्त कर ली जाएगी। जेएनयू छात्र संघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों की हाजिरी के मुद्दे पर उसे मिल रहे समर्थन की मजबूती दिखाने के लिए 7 मार्च को जनमत संग्रह भी कराया था।

बता दें कि, अभी कुछ दिनों पहले ही जेएनयू के एक प्रोफेसर पर कुछ छात्राओं ने अश्लील बातें और छेड़खानी करने का आरोप लगाया और इसी मामले को लेकर छात्राओं ने प्रोफेसर अतुल जोहरी के खिलाफ दिल्ली के वसंत कुंज नार्थ पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर भी दर्ज कराई है। एफआईआर के बाद भी प्रोफेसर की गिरफ्तारी ना होने पर छात्र-छात्राएं विरोध प्रदर्शन कर रहें है और प्रोफेसर की गिरफ्तारी की मांग कर रहें है।

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