पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि भारत एवं पाकिस्तान अपनी राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठें और संवाद की पहल करें। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों ओर बढ़ रही हताहतों की संख्या को देखना दुखद है।
महबूबा मुफ्ती की टिप्पणी पाकिस्तान द्वारा शुक्रवार को संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के बाद दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी के बाद आई है। नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी की वजह से दोनों ओर से जानें गई हैं। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के बीच सीमा पर संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति और कार्यान्वयन को बहाल करना अच्छी शुरुआत हो सकती है।
महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘एलओसी के दोनों ओर हताहतों की बढ़ती संख्या को देखना दुखद है। भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठकर संवाद की पहल करें। वाजपेयी जी और मुशर्रफ साहब के बीच संघर्ष विराम पर बनी सहमति और अनुपालन को बहाल किया जाता है तो यह अच्छी शुरुआत होगी।’’
Sad to see mounting casualties on both sides of LOC. If only Indian & Pakistani leadership could rise above their political compulsions & initiate dialogue. Restoring the ceasefire agreed upon & implemented by Vajpayee ji & Musharaf sahab is a good place to start
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 14, 2020
बता दें कि, दीवाली से पहले शुक्रवार को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर कई जगह सीजफायर का उल्लंघन किया और भारी गोलाबारी की गई। पाकिस्तानी फायरिंग में सेना के 4 जवान, एक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उप-निरीक्षक और 6 नागरिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया था। भारतीय सेना ने भी पाक गोलाबारी का दृढ़ता से जवाब दिया। (इंपुट: भाषा के साथ)