भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद रमेश बिधूड़ी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंधोपाध्याय के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी एक षड्यंत्र के तहत सदन नहीं चलने दे रही हैं। मैं सदन में दिल्ली के लोगों से जुड़े मुद्दे रखना चाहता था। इन मुद्दों को उठाने के लिए नियम 377 के तहत मेरा नंबर भी आया था लेकिन ये लोग सदन नहीं चलने दे रहे।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रमेश बिधूड़ी ने कहा कि मैंने सोनिया गांधी और सुदीप बंधोपाध्याय के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष और प्रिविलेज कमिटी को नोटिस दिया है। बिधूड़ी ने लोकसभा अध्यक्ष और प्रिविलेज कमिटी को भेजे पत्र में लिखा है कि जनता से निर्वाचित सांसद का यह दायित्व और विशेष अधिकार है कि वह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सदन के माध्यम से सरकार के ध्यान में लाएं। मैंने इसी विशेषाधिकार का प्रयोग कर नियम 377 और शून्य काल में विषय रखने की सूचना सदन को दी थी।
भाजपा नेता ने कहा कि मैं जो मसला उठाना चाहता था वह दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 16 लाख बच्चों से संबंधित था। ये गांव, अनियमित कॉलोनी और झुग्गी झोपड़ी में रहते हैं। इन बच्चों के अभियान रोजी रोटी कमाने के लिए मजदूरी, रेहड़ी-पटरी या छोटी दुकानों पर काम करते हैं। कोरोना के चलते सभी स्कूल बंद हैं और ऑनलाइन क्लास चल रही हैं। इन बच्चों के अभियान ऑनलाइन क्लास के लिए लैपटॉप या स्मार्ट फोन खरीदने में असमर्थ हैं। ये विषय 19 जुलाई को 377 की सूची में 10 वें नंबर पर लिस्टेड था।
इसी तरह दिल्ली में घरेलू उद्योग के तौर पर काम कर रहे लोगों को व्यवसायिक रेट पर बिजली देने की वजह से उनकी दिक्कतें बढ़ने का मसला 22 जुलाई को लिस्टेड था। साथ ही दिल्ली सरकार की गलत अधिसूचना की वजह से दिल्ली के कई लोगों को अपने मकान टूट जाने का डर सता रहा है, यह मसला भी 26 जुलाई को लिस्टेड था। बिधूड़ी ने कहा कि सदन की कार्यवाही बार बार स्थगित होने की वजह से मैं यह मसले नहीं उठा सका और मेरे विशेषाधिकार का हनन हुआ है।