मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्कूल शिक्षिकाओं से दुव्र्यवहार का आरोप लगाते हुए टोल नाके के कर्मचारियों के साथ कथित तौर पर मारपीट और तोड़ फोड़ की। हालांकि, पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौते का हवाला देते हुए घटना को लेकर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।
पीटीआई की ख़बर के मुताबिक, क्षिप्रा पुलिस थाने की प्रभारी मीना कर्णावत ने बताया कि इंदौर देवास टोल नाके पर बजरंग दल के करीब 10 कार्यकर्ताओं और टोल नाके केे इतने ही कर्मचारियों के बीच कल 21 मई को विवाद के बाद दोनोें पक्ष थाने पहुंचे थे। लेकिन बाद में दोनोें पक्षों ने पुलिस को लिखकर दिया कि उनके बीच समझौता हो गया है और वे एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं कराना चाहते हैं।
टोल कर्मचारियों का आरोप है कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने टोल टैक्स मांगे जाने पर उनसे विवाद करते हुए उन्हें पीटा और कुछ टोल बूथों में तोड़ फोड़ की। यह घटनाक्रम टोल नाके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
#WATCH: Four toll booths in Madhya Pradesh's Indore vandalized allegedly by 70-80 Bajrang Dal activists as claimed by booth employees. pic.twitter.com/QVU0u3YmmJ
— ANI (@ANI) May 21, 2017
उधर, बजरंग दल के संभाग संयोजक सचिन बघेल ने आरोप लगाया कि टोल नाके के कर्मचारियोें ने 20 मई की शाम टोल वसूली के दौरान कुछ स्कूल शिक्षिकाओं से बदतमीजी की जो एक चारपहिया गाड़ी में सवार होकर टोल नाके से गुजर रही थीं। उन्होेंने यह आरोप भी लगाया कि टोल कर्मचारियों ने स्कूल शिक्षिकाओं की गाड़ी पर पथराव किया।
उन्होंने कहा, बजरंग दल के कार्यकर्ता शिक्षिकाओं से बदतमीजी के मामले में जब कल कुछ ग्रामीणों के साथ टोल कर्मचारियों से बात करने पहुंचे, तो उन्होंने विवाद शुरू कर दिया। हालांकि, अब दोनों पक्षों में समझौते के बाद मामला समाप्त हो गया है।