“मैं खुलेआम घोषणा कर रहा हूं, नहीं लगाऊंगा कोरोना की वैक्सीन”: न्यूज 18 इंडिया पर एंकर अमिश देवगन से बोले बाबा रामदेव

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भारत में तेजी से फैल रहे घातक कोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने बीते दिनों दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी है। डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल को मंजूरी दी है। हालांकि, कोवैक्सीन को लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि, अभी इस वैक्सीन का ट्रायल पूरा नहीं हुआ है, ऐसे में इसके इस्तेमाल को मंजूरी देना लापरवाही को दर्शाता है।

बाबा रामदेव
फाइल फोटो

कोरोना वैक्सीन की मंजूरी मिलने पर कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और जयराम रमेश ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से जवाब मांगा है। विपक्षी पार्टियों इस मामले को लेकर लगातार मोदी सरकार से सवाल पूछ रहीं हैं। इस मामले पर लगभग सभी टीवी चैनल पर डिबेट शो भी आयोजित की जा रही है।

इसी तरह की एक डिबेट हिंदी समाचार चैनल ‘न्यूज 18 इंडिया’ पर आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव भी शामिल हुए थे। शो के दौरान उन्होंने साफ ऐलान किया कि वह कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। डिबेट के दौरान उन्होंने कहा कि ‘मैं तो वैक्सीन लेने वाला हूं नहीं अमिश भाई, मुझे इसकी जरूरत नहीं है’।

इस दौरान शो के एंकर अमिश देवगन ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं आपसे पूछने वाला था। यह वादा कर रहे हैं आप हमारे चैनल पर, यह अनाउंसमेंट कर रहे हैं? इस पर बाबा रामदेव ने कहा कि “न्यूज 18 इंडिया पर मैं खुलेआम घोषणा कर रहा हूं पहली बार, मैं वैक्सीन का उपयोग नहीं करूंगा। क्योंकि, मुझे इसकी आवश्यकता कतई नहीं हैं। और मैं कोरोना से संक्रमित भी नहीं होऊंगा, यह भी अपनी बात कह रहा हूं।”

बाबा रामदेव के इस बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, उनके इस बयान पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ यूजर्स लिखा रहे है कि, क्या रामदेव को भी कोरोना की वैक्सीन पर भरोसा नहीं हैं।

बता दें कि, कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने बीते दिनों ट्वीट कर कहा था कि, ”कोवैक्सीन का अभी तक तीसरे चरण का परीक्षण नहीं हुआ है। स्वीकृति समय से पहले मिली है और यह खतरनाक हो सकती है। डॉ. हर्षवर्धन को स्पष्ट करना चाहिए। पूर्ण परीक्षण समाप्त होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए था। इस दौरान भारत एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साथ अभियान शुरू कर सकता है।”

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी इसी तरह का सवाल उठाते हुए कहा था कि भारत बायोटेक प्रथम श्रेणी का उद्यम है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि तीसरे चरण के परीक्षणों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल कोवैक्सीन के लिए संशोधित किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को इसे बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए।

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