उत्तर प्रदेश में नई सरकार बनते ही लोगों में नई उम्मीद जगी थी, राज्य की पुलिस अब सुधर जाएंगी लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कडे तेवर के बाद भी यूपी पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही है। जिसका ताजा मामला मेरठ जिले से सामने आया है। यहां पर एंटी करप्शन विभाग की टीम ने मंगलवार (13 जून) को कोतवाली की बुढ़ाना गेट चौकी इंचार्ज महिला दरोगा को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अमुसार, आरोप है कि दहेज उत्पीड़न, दुष्कर्म व कुकर्म के एक मामले से संगीन धाराओं को हटाने के लिए आरोपित दरोगा ने रिश्वत ली। दरअसल गाज़ियाबाद के मोदीनगर निवासी समीर की पत्नी ने अपने पति पर दहेज़ उत्पीड़न समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद कोर्ट ने मामले की जांच मेरठ कोतवाली में तैनात महिला दरोगा को दी गयी थी।
समीर ने बताया कि महिला दरोगा ने धाराओं को कम करने के लिए समीर से 1 लाख रुपए मांगे। समीर ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी जिसके बाद डिपार्टमेंट ने आरोपित दरोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए योजना बनाई।
जिस महिला दरोगा को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम अमृता यादव बताया जा रहा है। ख़बरों के अनुसार, टीम महिला दरोगा को अपने साथ देहली गेट थाने ले गई, जहां से उसे जेल भेजे जाने की कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि, इस कार्यवाही के बाद थाना पुलिस और महिला पुलिस करमचारियों के बीच कोहराम मचा हुआ है।