भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार(5 फरवरी) को कहा कि केंद्र के खिलाफ उनके तय धरने से ‘एक और केजरीवाल’ नहीं बनेगा। वह एक समय अपने पर आश्रित रहे अरविंद केजरीवाल के संदर्भ में बोल रहे थे जो बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने।
फाइल फोटो- अन्ना हजारेन्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, अन्ना ने कहा कि वह मार्च में प्रस्तावित अपने आंदोलन में शामिल होने वालों से हलफनामा लेंगे कि वे बाद में राजनीति में शामिल नहीं होंगे। हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी उनके 2014 के आम चुनावों में किये गये ‘अच्छे दिन’ के वादे के लिए निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल की नियुक्ति करने के बजाए केंद्र ऐसे संशोधन लेकर आया जिससे लोकपाल अधिनियम कमजोर हुआ।
दिल्ली के एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने कहा कि, ‘नहीं, अब मेरे धरने से कोई दूसरा केजरीवाल पैदा नहीं होगा। मैं अपना समर्थन कर रहे लोगों से हलफनामा ले रहा हूं कि वे राजनीति में शामिल नहीं होंगे।’ वे यहां एसआरसीसी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में आयोजित एक व्यापार सम्मेलन में टुवार्ड्स करप्शन फ्री इंडिया विषय पर संबोधन के लिये आये थे।
बता दें कि, अभी कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के सांगली की अटपादी तहसील में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि था, ‘मैं पिछले तीन वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी को 30 से ज्यादा पत्र लिख चुका हूं, लेकिन उन्होंने कभी जवाब नहीं दिया। मोदी को प्रधानमंत्री पद का अहंकार है और यही वजह है कि वह मेरे पत्रों का जवाब नहीं देते हैं।’