समाजसेवी अन्ना हजारे ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला बोला है। लोकपाल और लोकायुक्त को लेकर अन्ना हजारे ने मोदी सरकार को निशाना बनाया और साथ ही दिल्ली के आजाद मैदान में आंदोलन करने की चेतावनी दी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अन्ना हजारे ने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष न होने का बहाना बना कर लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की इच्छा शक्ति ही नहीं है।
प्रधानमंत्री कहते थे कि न मैं खाउंगा और न खाने दूंगा, तो भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए अब तक लोकपाल क्यों नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र में विपक्ष नहीं है तो बीजेपी शासित राज्यों में क्यों नहीं लोकायुक्त नियुक्त किया गया।
अन्ना ने कहा कि इस बारे वे पीएम मोदी को खत लिखेंगे। उन्होंने कहा कि लोकपाल को लेकर वे दिल्ली के आजाद मैदान में आंदोलन भी करने वाले हैं और जल्द ही तारीख तय की जाएगी। इसके लिए एक फेसबूक भी बनाया गया है ताकि युवा इस मुहिम से जुड़ सकें।
गौरतलब है कि एक समय भ्रष्टाचार के मुद्दे पर यूपीए के खिलाफ आंदोलन करने वाले अन्ना हजारे एक बार फिर लोकपाल और लोकायुक्त को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का विचार कर रही है।
गौरतलब है कि 2011 में जनलोकपाल के मुद्दे पर अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल और अन्य सहयोगियों के साथ यूपीए सरकार के खिलाफ अनशन किया था। हालांकि राजनीतिक पार्टी बनाने के मुद्दे पर वह केजरीवाल से अलग हो गए थे।