केजरीवाल के दिवंगत साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल के घर ACB ने मारा छापा

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दिल्ली की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सोमवार(22 मई) देर रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिवंगत साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल के घर छापा मारा है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई दिल्ली के कथित PWD घोटाले के सिलसिले में की गई है। हालांकि, सुरेंद्र बंसल का सात मई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

बंसल के अलावा इस मामले से जुड़े पवन कुमार और कमल कुमार के घर पर भी एक साथ एसीबी ने छापा मारा और सभी के घरों कथित घोटाले से जुड़े कागजात बरामद कर कब्जे में ले लिए। हालांकि, इन छापों से क्या कागजात मिले हैं इसका खुलासा नहीं हुआ है।

बता दें कि ACB ने कथित PWD घोटाले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें से एक एफआईआर में केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन्स का भी नाम है। हालांकि, एफआईआर में सुरेंद्र बंसल का नाम नहीं है। गौरतलब है कि रेणु कंस्ट्रक्शन्स में पवन कुमार और कमल कुमार का भी मालिकाना है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, ACB ने केजरीवाल के रिश्तेदार के स्वामित्व वाली कंपनी के खिलाफ कथित पीडब्ल्यूडी घोटाले में  FIR  दर्ज की थी। तीन अलग-अलग FIR  में केजरीवाल के दिवंगत साढू़ बंसल की कंपनी भी शामिल है। ये  FIR  रोड्स एंटी-करप्शन ऑर्गेनाइजेशन (आरएसीओ) के संस्थापक राहुल शर्मा की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई हैं।उन्होंने आरोप लगाया था कि 2015-16 में दिल्ली में सड़कों और सीवर लाइन के ठेके देने में कथित गड़बडि़यां की गई थीं। आरोपों के मुताबिक नियमों को ताक पर रख कर इस काम के करीब 10 करोड़ रुपये के बिल पास कर दिए गए। आरोप है कि ये बिल बोगस कंपनियों के नाम ही पास किए गए थे जो सोनीपत और रोहिणी के फर्जी पतों पर दर्ज थीं।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि सामग्री की खरीद दिखाने वाले दस्तावेज ‘मनगढ़ंत और फर्जी हैं’ तथा इससे सरकारी खजाने को 10 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। याचिका में मांग की गई कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की भूमिका की जांच की जानी चाहिए, क्योंकि उन्होंने बंसल और अन्य को कथित तौर पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए काफी लाभ पहुंचाया।

 

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