भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने शनिवार (11 जनवरी) को आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच मिलीभगत है तथा दोनों दल आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन कर सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में आप के साथ गठबंधन की किसी संभावना को खारिज कर दिया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, विजय गोयल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि AAP और कांग्रेस, दोनों का भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर एक ही रवैया है तथा ये दोनों पार्टियां नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का विरोध कर रही हैं।
राज्यसभा सदस्य गोयल ने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ उनके पास 375 पृष्ठ के सबूत हैं, लेकिन सभी जानते हैं कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने (केजरीवाल ने) क्या कार्रवाई की। गोयल ने कहा कि दिल्ली में, कांग्रेस और AAP ने सीएए के मुद्दे पर दंगे भड़काए। दोनों दल दिल्ली के लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस की दिल्ली इकाई प्रमुख सुभाष चोपड़ा ने विधानसभा चुनाव के लिए AAP के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अपने दम पर ‘स्पष्ट बहुमत’ हासिल करेगी और दिल्ली में अगली सरकार बनाएगी।
बता दें कि, दिल्ली विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को होंगे और परिणाम 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है। हालांकि, कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है। 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) को रिकॉर्ड जीत मिली थी, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत प्राप्त की थी और 3 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई थी, कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत हुई थी और वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस दूसरे नंबर पर पहुंच गई थी जबकि आम आदमी पार्टी (आप) तीसरे नंबर पर खिसक गई थी।