अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोमवार सुबह एक ट्वीट कर प्रधानमंत्री कार्यालय के अफसरों के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया है। भाजपा सांसद ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अधिकारियों पर हिंदुत्व विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया है। स्वामी का कहना है कि पीएमओ के कुछ अधिकारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले के साथ संपर्क में हैं।
भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा, “आज पीएमओ में हिंदुत्व विरोधी मानसिकता रखने वाले अधिकारियों का वर्चस्व हो गया है। पीएमओ में कुछ अफसर शरद पवार और उनकी बेटी के संपर्क में हैं। ऐसे अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है जो देशभक्त हैं और भ्रष्टाचारियों को कटघरे में खड़ा करना चाहते हैं। हमें दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में हुई बगावत से सबक लेना चाहिए।”
विवादास्पद बयान देने के लिए जाने जाने वाले भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी इससे पहले भी अपने तमाम बयानों के कारण चर्चा में रह चुके हैं। बता दें कि, शरद पवार ने रविवार को कहा था कि दिल्ली हिंसा के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव हारने के बाद विभाजनकारी राजनीति कर रही है।
The PMO today is dominated by officials who have an anti Hindutva mindset. Some in PMO are in touch with Sharad Pawar and his daughter. The targeting of officials who are patriotic and want to prosecute the corrupt, has begun. We must learn a lesson from Delhi Anti CAA uprising
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 2, 2020
गौरतलब है कि, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा ने कई लोगों की जान ले ली। कई लोग बुरी तरह से घालय हो गए, जिसका अभी भी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। फिलहाल, स्थिति तो सामान्य हो रही है लेकिन हिंसा के दौरान हुई भयावहता सामने आ रही है। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने सैकड़ों घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। कई इलाकों में भड़की हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस हिंसा में हेड कांस्टेबल रतनलाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर अंकित शर्मा की भी मौत हो गई।