आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि निर्भया कांड के चार मुजरिमों में से दो के वकील व्यवस्था का ‘मजाक’ बना रहे हैं और उन्हें फांसी देने में देरी करने के लिए ‘रणनीति’ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
File Photo: PTI (दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया)मनीष सिसोदिया का बयान ऐसे समय में आया है जब दोषियों के वकील एपी सिंह ने यह आरोप लगाते हुए दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट का दरवाजा खटखटाया कि तिहाड़ जेल प्रशासन अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन सिंह (25) के लिए सुधारात्मक याचिका दायर करने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं दे रहा है।
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘निर्भया केस में वकील फांसी को देर करने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस तरह वह सिस्टम का मज़ाक बना रहे हैं। हमें तेज न्याय को सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करना होगा। जिससे न्याय को सक्षम बनाने और सभी खामियों को दूर करने के लिए कानूनों में बदलाव किया जाए।’’
निर्भया केस में वकील फांसी को देर करने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस तरह वह सिस्टम का मज़ाक बना रहे हैं। हमें तेज न्याय को सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करना होगा। जिससे न्याय को सक्षम बनाने और सभी खामियों को दूर करने के लिए कानूनों में बदलाव किया जाए।
— Manish Sisodia (@msisodia) January 24, 2020
बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दो अन्य मुजरिमों- विनय कुमार शर्मा (26) और मुकेश सिंह (32) की सुधारात्मक याचिका खारिज कर दी थी। चारों मुजरिमों को अदालत के आदेश के अनुसार एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी पर चढ़ाया जाना है।
बता दें कि, निर्भया सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्याकांड मामले में दिल्ली की अदालत ने शुक्रवार (17 जनवरी) को सभी चारों दोषियों के खिलाफ नया डेथ वारंट जारी किया। इस नए डेथ वारंट के अनुसार अब 22 जनवरी की जगह सभी दोषियों को एक फरवरी की सुबह छह बजे फांसी की सजा दी जाएगी। (इंपुट: भाषा के साथ)