चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक अलका लांबा ने पार्टी नेतृत्व पर उन्हें कमज़ोर करने का आरोप लगाते हुए पूछा है कि उन्हें कमज़ोर करके पार्टी को क्या लाभ होगा?

अलका लांबा ने सोमवार को कहा कि उन्हें आगामी बुधवार को उनके विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक में पार्टी संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रैली की भी सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने अपने बयान में कहा, ’20 फरवरी को चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जनसभा करने आ रहे हैं, जिसकी मुझे कोई ख़बर नहीं है।’
पार्टी नेतृत्व से पिछले कुछ समय से नाराज चल रहीं लांबा ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से आप उम्मीदवार को मैदान में उतार देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने पुराने चेहरे को मैदान में 2020 के लिए अभी से उतार भी दिया है, जबकि मैं एक विधायक के तौर पर आज भी पूरी तरह से जनता के बीच सक्रिय रहते हुए विकास कार्यों को आगे बढ़ा रही हूं। मुझे कमजोर करके पार्टी को क्या लाभ होगा?’
उन्होंने कहा कि उन पर कांग्रेस में जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। लांबा ने पार्टी के किसी नेता का नाम लिए बिना कहा, ‘कांग्रेस से गठबंधन में कोई और ही किसी भी स्तर पर समझौता करने को तैयार बैठा है, जो सबके सामने भी है।’ उन्होंने कहा, ‘जनता ने चुना है, जनता के लिए यूं ही समर्पित रहते हुए अपने काम जारी रखूंगी।’ आप की ओर से अलका लांबा के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई।
वहीं अलका लांबा ने मंगलवार (19 फरवरी) को ट्वीट कर लिखा, “इलाके में लगे पोस्टर्स से अभी पता चला कि 20 फरवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी, मेरे विधानसभा क्षेत्र चाँदनी चौक के जामा मस्जिद में एक जनसभा को सम्बोधित करने आ रहे हैं। मैं स्थानीय विधायक होने के नाते अपने विधानसभा क्षेत्र में उनका स्वागत करती हूँ। जय हिन्द।”
इलाके में लगे पोस्टर्स से अभी पता चला कि
20 फरवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी, मेरे विधानसभा क्षेत्र चाँदनी चौक के जामा मस्जिद में एक जनसभा को सम्बोधित करने आ रहे हैं,
मैं स्थानीय विधायक होने के नाते अपने विधानसभा क्षेत्र में उनका स्वागत करती हूँ।
जय हिन्द। pic.twitter.com/fvtbnC79by— Alka Lamba (@LambaAlka) February 19, 2019
उल्लेखनीय है कि हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भारत रत्न सम्मान वापस लेने सम्बंधी आप विधायकों के विधान सभा में पेश कथित प्रस्ताव का विरोध करने के बाद से लांबा से पार्टी नेतृत्व नाराज़ है। पिछले साल दिसंबर में खबर आई थी कि आम आदमी पार्टी ने विधायक अलका लांबा से उनकी विधायकी और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा मांगा था। हालांकि, बाद में आप ने इस दावे को खारिज कर दिया था। (इंपुट: भाषा के साथ)