वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने राफेल डील को लेकर भारतीय वायुसेना के प्रमुख बीएस धनोआ पर झूठ बोलने और सच्चाई को दबाने का आरोप लगाया है। वायुसेना प्रमुख के इस बयान पर वीरप्पा मोइली की इस टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। मोइली ने यह आरोप तब लगाए हैं जब एक दिन पहले धनोआ ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही बताया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने कहा, ‘सरकारी रिकॉर्ड में रक्षा मंत्री और आईएएफ चीफ चाहते थे कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को शामिल किया जाए। आईएएफ चीफ उस वक्त दसॉ के साथ एचएएल भी गए थे और एचएएल को सक्षम पाया और घोषणा की कि उनमें क्षमता है। मुझे लगता है कि आईएएफ चीफ धनोवा ठीक नहीं हैं, वह झूठ बोल रहे हैं, वह सच्चाई को दबा रहे हैं।’
Veerappa Moily, Congress: In govt records, Defence Ministry & IAF Chief wanted HAL to be involved. IAF Chief at that time visited HAL with Dassault & found it competent & that they have the expertise. I think IAF chief is not fine, he’s lying, he’s suppressing the truth #Rafale pic.twitter.com/KQTUCyFkdW
— ANI (@ANI) December 20, 2018
मोइली के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने संवाददाताओं से कहा, मोइली जैसे वरिष्ठ नेता का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पता चलता है कि उसकी (कांग्रेस की) निराशा चरम पर पहुंच गई है और सरकार जिस रफ्तार से भ्रष्टाचार की जांच कर रही है, उससे वह पूरी तरह बिखर गई है।
वहीं, बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि कांग्रेस नेता का बयान न सिर्फ आईएएफ चीफ का निजी अपमान है, बल्कि देश का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि मोइली को पब्लिक में माफी मांगनी चाहिए।
एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने बुधवार को कहा था कि उच्चतम न्यायालय के फैसले पर मैं कुछ नहीं कहूंगा लेकिन उसने बहुत अच्छा फैसला दिया है। इस विमान की बहुत ज्यादा जरुरत थी।