प्रसार भारती और सूचना एवं सूचना प्रसारण मंत्रालय आमने-सामने आ गए हैं। प्रभार भारती के चेयरमैन ए. सूर्य प्रकाश ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रसार भारती के प्रमुख ने स्मृति ईरानी की अध्यक्षता वाली सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से लिए गए कुछ फैसलों को लेकर बोर्ड की स्वायत्तता के प्रति ‘असंतोष’ जाहिर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक दूरदर्शन और आकाशवाणी का काम देखने वाली संस्था प्रसार भारती को सूचना-प्रसारण मंत्रालय से लगातार कानूनी प्रावधानों से उलट निर्देश मिल रहे हैं।
द हिंदू को दिए इंटरव्यू में सूर्य प्रकाश ने आरोप लगाया है कि मंत्रालय में नौकरशाहों ने कई ऐसे आदेश पारित किए हैं, जो बताते हैं कि प्रसार भारती अधिनियम के खिलाफ है। प्रकाश का आरोप है कि मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा इस तरह से व्यवहार किया जा रहा है जो अधिनियम में बिल्कुल भी मौजूद नहीं है। उन्होंने इसका एक उदाहरण देते हुए बताया कि कुछ महीने पहले ही मंत्रालय ने यह आदेश जारी किया कि प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की वार्षिक निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीएआर) सचिव, आईएंडटी द्वारा लिखा जाएगा।
प्रकाश ने बताया कि यह फैसला पूरी तरह से अवैध है। अधिनियम की धारा 6 (7) के अनुसार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी निगम के कर्मचारी हैं, ना की मंत्रालय के। उन्होंने बताया कि अधिनियम स्पष्ट रूप से यह निर्देश देता है कि सीईओ मंत्रालय या इसके नौकरशाहों के नियंत्रण या पर्यवेक्षण के तहत काम नहीं कर सकता है।” रिपोर्ट के मुताबिक प्रकाश और अन्य सदस्यों ने ‘सूचना एवं प्रसारण के मिल रहे निर्देशों की भाषा’ पर भी सख्त आपत्ति जताई है। बता दें कि स्मृति ईरानी और अधिकारियों के बीच पिछले दिनों भी जुबानी जंग चल रहा है।
इसके अलावा बोर्ड में दो वरिष्ठ पत्रकारों की नियुक्ति का भी मामला है। मंत्रालय दो वरिष्ठ पत्रकारों को प्रसार भारती बोर्ड में नियुक्त करना चाहता था। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक लेकिन बोर्ड ने इन नियुक्तियों के प्रस्ताव काे भी हरी झंडी देने से मना कर दिया है। बता दें कि अभी हाल ही में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मंत्रालय में पिछले कुछ समय बड़े स्तर पर अधिकारियों को ट्रांसफर किए जाने की शिकायत करना एक वरिष्ठ अधिकारी को भारी पड़ गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायत करने वाले अधिकारी को स्मृति ईरानी के मंत्रालय द्वारा तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया गया है। पीएमओ से शिकायत करने वाला ग्रुप ए का अधिकारी बताया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) ग्रुप ए ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिंद्य सेनगुप्ता को तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया है।
मंत्रालय ने यह कार्रवाई सेनगुप्ता की उसी शिकायत के बाद की है, जो उन्होंने हाल ही में पीएमओ में आईआईएस अधिकारियों के भारी स्तर पर ट्रांसफर को लेकर की थी। शिकायत के बाद समस्या हल होने के बजाय सेनगुप्ता को ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। मंत्रालय ने अधिकारी की शिकायत पर विचार-विमर्श करने के बजाय सेनगुप्ता का ही ट्रांसफर कर दिया। प्रसार भारती प्रमुख ने बोर्ड की स्वायत्तता के लिए ‘अवमानना’ के लिए आईएंडबी मंत्रालय की आलोचना की