उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रैली ग्राउंड में मंगलवार(21 नवंबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में पुलिस ने सरेआम एक मुस्लिम महिला का जबरन ‘काला बुर्का’ उतरवा कर जब्त कर लिया था। इस घटना को मुस्लिम उलेमाओं ने गैर-कानूनी व महिला का अपमान बताया है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।
file photoवहीं दूसरी ओर अब ख़बर है कि गुरुवार(23 नवंबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फिरोजाबाद में प्रस्तावित सभा से पहले पुलिस ने आदेश जारी किये हैं। ख़बरों के मुताबिक, फिरोजाबाद पुलिस ने सीएम आदित्यनाथ के आगमन से पहले कार्यक्रम स्थल के आसपास मकानों में रह रहे लोगों और छोटे बच्चों को कमरे में बंद कर दिया है। साथ ही पुलिस ने दूसरी मंजिल पर रहने वालों को कमरों में बंद कर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया है।
#फिरोजाबाद पुलिस का तालिबानी फरमान, सीएम @myogiadityanath के आगमन से पूर्व कार्यक्रम स्थल के समीप मकानों में पुरुष और छोटे छोटे बच्चों को किया कमरे में नजर बंद, घर की छत और दूसरी मंजिलो पर रहने वालों को कमरो में बंद कर बाहर से लगाई कुण्डी। @CMOfficeUP @Uppolice @dgpup
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) November 23, 2017
इतना ही नहीं इसके अलावा फिरोजाबाद एसपी ने आदेश दिया है कि सीएम के कार्यक्रम में जाने वाले लोगों की बारीकी से चेकिंग की जाए। इस दौरान अगर कोई शख्स काला कोट, काली जैकेट और काला स्वेटर पहने नजर आता है तो उसे प्रोग्राम में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस के आदेश के मुताबिक ऐसे शख्स को बाहर से ही लौटा दिया जाएगा।
#फ़िरोज़ाबाद : SP ने दिया आदेश, CM @myogiadityanath के कार्यक्रम स्थल पर जाने वाले कार्यकर्ता अगर काला कोट, काली जैकेट और काला स्वेटर पहन कर आयें तो उन्हें रोक दिया जाए. @CMOfficeUP @firozabadpolice
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बता दें कि, इससे पहले जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार(26 अक्टूबर) को जब आगरा पहुंचे थे तब सीएम योगी के आगरा दौरे से पहले कच्छ्पुरा गांव में जिला प्रशासन की हिटलरशाही देखने को मिली थी।
जिलाधिकारी ने सीएम योगी के दौरे से पहले इस गांव के लोगों को उनके ही घरों में सुबह 6 बजे से कैद कर दिया है। जिसमें बूढ़े और बच्चे शामिल हैं। इस दौरान जिला प्रशासन ने बच्चों की फरियाद तक नहीं सुनीं थी।