उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र गोरखपुर की बदहाल व्यवस्था को दर्शाने वाली घटना के सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है। 11 तारीख को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कथित रूप से आक्सीजन सप्लाई रुकने से 30 बच्चों की मौत हो गई थी। पिछले एक सप्ताह में इस अस्पताल में मरने वालों की संख्या 70 से अधिक पहुंच गई है। वहीं दूसरी ओर इस मुद्दे पर राजनीति भी जमकर हो रही है।
(AFP)यह घटना सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है। इस हादसे से पूरा देश सदमे में है, यह घटना देसी-विदेशी मीडिया सहित सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। वहीं दूसरी ओर ख़बर है कि, 30 बच्चों की मौत हुई, उनमें से एक के पिता ने यूपी के स्वास्थय सचिव और दो मंत्रियों को हादसे का जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
नवभारत टाइम्स की ख़बर के मुताबिक, शिकायतकर्ता बिहार के गोपालगंज का निवासी है और उसका नाम राजबर है।राजबर दिहाड़ी मजूदरी कर अपना गुजारा करते है। सोमवार(14 अगस्त) रात की गई लिखित शिकायत पर पुलिस का कहना है कि वह इस पर गौर कर रही है। बीते 10 अगस्त को राजबर के पांच साल के बेटे की मौत हो गई थी।
ख़बरों के मुताबिक, शिकायत में उसने कहा है कि ऑक्सिजन की कमी के चलते उसके बेटे की मौत हुई। राजबर ने लिखा है कि प्रशासन और मेडिकल स्टाफ ने जानते हुए ऑक्सिजन की सप्लाई बंद कर दी और उसके बेटे को मरने के लिए छोड़ दिया गया। उसने अस्पताल में ऑक्सिजन सिलेंडरों के भुगतान में हुई देरी के लिए राज्य के स्वास्थय सचिव, दवा एवं स्वास्थय मंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री को जिम्मेदार ठहराया है।
ख़बर के मुताबिक, गुलहारिया पुलिस स्टेशन के प्रभारी एके मिश्रा ने लिखित में शिकायत मिलने की पुष्टि की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि, नियमों के मुताबिक, अगर किसी सरकारी अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है तो हम इसकी की जांच करेंगे।
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार(14 अगस्त) को गोरखपुर में पिछले दिनों मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मृत बच्चों के परिजन को पार्टी की तरफ से दो-दो लाख रुपये सहायता देने का एलान किया।
इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद वरुण गांधी भी इस घटना से बेहद दुखी हैं। गांधी ने मासूमों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर के जिला अस्पताल में अत्याधुनिक बाल चिकित्सा केंद्र स्थापित करने के लिए सांसद निधि से पांच करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।
आपको बता दें कि गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में पिछले एक सप्ताह में नवजात शिशुओं समेत 70 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर मौतें कथित रूप से आक्सीजन की कमी से हुई हैं, लेकिन योगी सरकार इस दावे को खारिज कर चुकी है।