उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र गोरखपुर की बदहाल व्यवस्था को दर्शाने वाली घटना के सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है। 11 तारीख को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन सप्लाई रुकने से 30 बच्चों की मौत हो गई थी। पिछले 5 दिनों में इस अस्पताल में मरने वालों की संख्या 70 के पार पहुंच गई है। वहीं इस मुद्दे पर राजनीति भी जमकर हो रही है, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी इस ख़बर की जमकर अलोचना हो रही है।

इसी बीच डॉ. कफील अहमद को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में उनके पद से हटाए जाने अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्विटर के माध्यम से अपना आक्रोश जाहिर किया है। डॉ. कफील को उनके पद से हटाए जाने पर स्वरा भास्कर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर हमला करते हुए उनसे पूछा कि क्या यही है आपका राम राज्य? जिसने पूरी लगन और मेहनत से बच्चों को मौत के मुंह से निकाला उसे सिर्फ इसलिए हटा दिया गया क्योंकि आपको अपनी नाकामयाबी छिपानी थी।
Wow!! Good job #UttarPradesh sarkar.. Dismiss the man who saved the lives at risk 'coz of your callous irresponsibility. This ur #RamRajya? https://t.co/GMLUILbpCA
— Swara Bhasker (@ReallySwara) August 13, 2017
बता दें कि, इससे पहले स्वरा भास्कर इससे पहले भी इस मामले पर प्रदेश के शिक्षामंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का इस्तीफा मांग चुकी हैं।
UP health minister #SiddharthNathSingh PLS RESIGN https://t.co/Iobo8CTHqm
— Swara Bhasker (@ReallySwara) August 12, 2017
इस बीच आलोचना का सामना कर रहे सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा रविवार(13 अगस्त) को अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से रिपोर्ट ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि मिसाल बनेगी। योगी सरकार ने बीआरडी(BRD) मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रिंसिपल डॉक्टर कफील को भी निलंबित कर दिया है। इससे पहले मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव मिश्रा को निलंबित कर दिया गया था।
इससे पहले शनिवार को सोशल मीडिया पर कफील खान की जमकर सराहना हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के वक्त अगर डॉ. काफिल खान अस्पताल में मौजूद नहीं होते तो मरने वाले बच्चों की संख्या और भी बढ़ सकती थी। अंग्रेजी वेबसाइट डीएनए इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गया तो कफील खान ने अपने दोस्त के नर्सिंग होम से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाये।
डॉक्टरों ने उठाए सवाल
कफील पर की गई कार्रवाई का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। इस बीच एम्स के रिजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कफील खान को हटाए जाने को लेकर कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हरजीत सिंह भारती ने एनडीटीवी से कहा कि हमने पहले ही कहा था कि इस हादसे के लिए अकेले डॉक्टर जिम्मेदार नहीं हैं। इसमें स्वास्थ्य सचिव, प्रिंसिपल सभी की जवाबदेही होनी होती है। उन्होंने कहा कि डॉ. कफील को एक बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
शिवसेना ने भी साधा निशाना
इसी बीच शिवसेना ने योगी सरकार का तीखा विरोध करते हुए इस हादसे को ‘सामूहिक बालहत्या’ करार दिया है।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए उद्धव ठाकरे ने यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह पर भी निशाना साधा है।
सामना में लिखा है, ’जिस तरह से बच्चों की मौत हो रही है, क्या यही मोदी सरकार के अच्छे दिन हैं?’’ इतना ही नहीं उद्धव ने अबतक इस मामले में पीएम मोदी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आने को भी शर्मनाक बताया है। साथ ही सामना में लिखा कि उत्तर प्रदेश में हुआ ये बड़ा हादसा, स्वतंत्रता दिवस का अपमान है। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने इस घटना की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है।