‘ब्लू व्हेल’ गेम का बढ़ता आतंक, छात्र ने टॉस्क पूरा करने के लिए छत से कूदकर आत्महत्या करने का किया प्रयास

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खूनी इंटरनेट गेम ‘ब्लू वेल’ मुंबई के बाद अब धीरे-धीरे देश के दूसरे राज्य में फैलता जा रहा है। कुछ दिनों पहले मुंबई में ‘ब्लू वेल’ खेलते-खेलते एक 14 वर्षीय छात्र ने छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। गुरुवार(10 अगस्त) को मध्य प्रदेश के इंदौर में इसी तरह का मामला सामने आया है।

फोटो- NBC4i.com

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ को खेलते हुए एक 13 साल के छात्र ने अपने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदने की कोशिश की, लेकिन लास्ट मौके पर कुछ साथियों ने उसे अपनी और खींच लिया और शोर मचा दिया। खबरों के मुताबिक, छात्र राजेंद्र नगर के चमाली देवी पब्लिक स्कूल के कक्षा सात में पढ़ता है।

गुरुवार(10 अगस्त) को वह स्कूल की तीसरी मंजिल की बालकनी की रेलिंग पर चढ़ गया लेकिन उसी दौरान स्कूल के अन्य छात्रों ने उसे वहां से उतार लिया। इसके बाद छात्रों ने शिक्षकों को इस बारे में जानकारी दी तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।

प्रारंभिक जांच में पाया गया बच्चा पिछले कई दिनों से अपने पिता के फोन में ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था। पुलिस छात्र को काउंसलिंग के लिए किसी मनौवैज्ञानिक के पास ले जाने पर विचार कर रही है।

इस बीच, चमेली देवी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या संगीता पोद्दार ने बताया कि सुबह स्कूल की दैनिक सभा खत्म होने के बाद सभी बच्चों की तरह छात्र भी अपनी कक्षा में जा रहा था। तभी कुछ छात्रों ने उसे तीसरी मंजिल की रैलिंग फांदकर नीचे कूदने की कोशिश करते देखा और उसे ऐसा करने से रोककर उसकी जान बचाई।

बता दें कि इससे पहले 29 जुलाई को मुंबई के उपनगरीय अंधेरी इलाके में एक 14 वर्षीय ने छात्र ने ब्लू व्हेल गेम के “सुसाइड चैलेंज” के तहत टास्क पूरा करते हुए छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

जानिए क्या है ‘द ब्लू व्हेल गेम’: रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्‍लू व्‍हेल एक अंडरग्राउंड गेम है। इस गेम में खिलाड़ी को 50 टास्क दिए जाते हैं। एक-एक कर सारे टास्क पूरे करते रहने पर आखिरी में सुसाइड के लिए उकसाया जाता है। साथ ही हर टास्क पूरा होने के साथ प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है। आखिरी में तो आकृति उभरती है, वो व्हेल की होती है।

जानिए कब आया था इसका पहला मामला: बता दें कि रूस में यह गेम सबसे पहले साल 2013 में सामने आया था। साल 2015 में इस गेम की वजह से पहले सूइसाइड का मामला पता लगा था। ख़बरों के मुताबिक, अभी तक इस गेम से रूस में कई मौतें हो चुकी हैं।

 

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