पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में हिंसक घटनाओं के बाद अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच वहां की घटनाओं पर अब सियासत पूरी तरीके से गरमाई हुई है। इस हिंसा की आग में अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता घी डालने का काम कर रहे हैं।
चुनावी लाभ लेने के लिए बीजेपी नेताओं ने अब फर्जी खबरों और तस्वीरों के सहारे अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं। इस बीज फर्जी न्यूज शेयर करने के आरोप में बीजेपी आईटी सेल के सचिव को गिरफ्तार हो गए हैं। बंगाल पुलिस ने बीजेपी सचिव को फर्जी न्यूज शेयर कर राज्य में सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए पश्चिम बंगाल सीआईडी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। सीआईडी ने मंगलवार(12 जुलाई) को ट्वीट कर बताया कि पश्चिम बंगाल स्थित आसनसोल के बीजेपी आईटी सेल के सचिव तरूण सेनगुप्ता को बंगाल हिंसा मामले में फर्जी न्यूज शेयर करने के आरोप में आज गिरफ्तार किया गया है।
Tarun Sengupta, Secretary BJP IT Cell, Asansol, WB, arrested today for spreading fake news and creating communal disharmony. pic.twitter.com/GRWSPPnMq5
— CID West Bengal (@CIDWestBengal) July 12, 2017
बता दें कि पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में हिंसक घटनाओं को लेकर तरुण सेनगुत्ता के अलावा फर्जी तस्वीर शेयर करने के मामले में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस मामले में शर्मा के खिलाफ दो अलग-अलग शिकायत दर्ज की गई है। खास बात यह है कि शर्मा के खिलाफ यह शिकायतें गैरजमानती धाराओं के तहत दर्ज हुई हैं।
इंडिया टुडे के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस के समर्थक द्वारा पहली शिकायत दक्षिण कोलकाता के रिजेन्ट पार्क थाने में कराई गई है, जबकि दूसरा FIR गारियाहत पुलिस थाने में कई गैर-जमानती धाराओं के तहत दर्ज की गई है। बता दें कि बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने बंगाल दंगों की बताकर 2002 में हुए गुजरात दंगों की तस्वीरें शेयर कर हंगामा खड़ा कर दिया था। इस फर्जी तस्वीर का सबसे पहले ‘जनता का रिपोर्टर’ ने खुलासा किया था।
बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा ने शनिवार(8 जुलाई) को लोगों से दिल्ली की जंतर मंतर पर आने का आह्वान करते हुए ‘बंगाल को बचाने’ और ‘हिंदुओं को बचाने’ की गुजारिश की थी। साथ ही शर्मा ने लिखा था, “बोलो, क्योंकि पहले ही बहुत देर हो चुकी है! आज शाम 5 बजे जंतर मंतर आइए। साथ ही उन्होंने #सेवबंगाल और #सेवहिंदू का हैशटैक लगाई थीं।हालांकि, बीजेपी नेत्री ने अपने ट्वीट में जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया था, वह 2002 में हुए मुस्लिम विरोधी गुजरात दंगों की थी, जिसमें 2000 से अधिक लोग मारे गए थे। उस वक्त नरेंद्र मोदी(वर्तमान में प्रधानमंत्री) गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
पूर्व में कई अखबारों और वेबसाइटों पर गुजरात दंगे की लेखों में यह तस्वीर सामने आ चुकी है। इसके अलावा प्रसिद्ध अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स में एलेन बैरी द्वारा लिखे गए एक लेख में इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया है। जो 2 जून 2016 को प्रकाशित हुआ था।