मंगलवार देर रात भोपाल में हमीदिया अस्पताल परिसर में निर्माण कार्य के दौरान निकले कथित धार्मिक स्थल को लेकर दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। कुछ असामाजिक तत्वों माहौल बिगाडऩे के लिए वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की जिसमें करीब दर्जन भर लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, हमीदिया अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान कुछ शिलालेख निकले हैं जिन्हें एक समुदाय अपना धार्मिक स्थल बता रहा है। बताया गया गया कि ठीक सामने मंदिर है जहां पर सुबह-शाम पूजा-अर्चना की जाती है।
सोमवार को प्रशासन ने धार्मिक स्थल से लाउड स्पीकर हटवा दिया था। उसके बाद रात को एक समुदाय के काफी लोग वहां एकत्रित हो गए थे। जबकि विवाद का कारण हमीदिया हॉस्पीटल के परिसर में निर्माण कार्य के दौरान निकले कुछ शिलालेख है। जिसे धार्मिक स्थल बताया जा रहा है, एक वर्ग इसे मस्जिद कह रहा है जबकि दूसरा वर्ग इसे मंदिर बता रहा है।
इस बारें में जानकारी देते हुए भोपाल के कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा है कि ”वो जगह सरकारी सम्पत्ति है, उस जगह धार्मिक गतिविधियां न हों । दस्तावेजों में भी वहां धार्मिक स्थल होने के प्रमाण नहीं मिल रहे हैं।
प्रथम विश्व युद्ध के समय के कुछ प्रमाण जरूर मिले हैं” प्रशासन ने बताया कि कुछ विश्व युद्ध के सैनिकों से जुड़े अभिलेख हमें मिले हैं, जो बताते हैं कि यहां उनकी याद में जरूर कुछ न कुछ किया गया होगा।
विवादित ज़मीन पर ही सरकार की ओर से 1200 बिस्तरों के अस्पताल के लिए बहुमंजिला इमारत बनाई जा रही है । जिसका काम लंबे समय से जारी है। विवाद बढ़ने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक स्थिति अब नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने ट्वीट कर लोगों को बिना डरे अमन बनाए रखने की अपील की।
I urge the people of my beloved #Bhopal to maintain peace and harmony. Don't believe or spread rumours. Things are under control.
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 30, 2017