मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र गोरखपुर की बदहाल व्यवस्था को दर्शाने वाली घटना के सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है। बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में 48 घंटे के दौरान 33 और पिछले छह दिनों में 64 से अधिक मासूमों की मौत ने सबको झकझोर दिया है। इस भयावह घटना के बाद देश के अन्य राज्यों की सरकारें भी सतर्क हो गई हैं।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की 16 अगस्त को आपात बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक, सभी सरकारी अस्पतालो के मेडिकल सुपरिटेंडेंट (एमएस) की तैयारी जानने के लिए मुख्यमंत्री ने यह बैठक बुलाई है।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में आने वाले सभी डॉक्टरों को अस्पतालों की ताजा और साथ ही वहां पर दवाइयों की उपलब्धता पर पूरी रिपोर्ट तैयार कर के साथ आने का निर्देश दिया है। विशेष तौर से यह बैठक राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों में उपकरणों और दवाइयों की जरूरत या फिर कमी का पता लगाने के लिए बुलाया गया है।
इस बैठक में सीएम केजरीवाल डॉक्टरों से उन सवालों का जवाब मांग सकते हैं, जो मरीजों से संबंधित है। जैसे- अस्पतालों में दवाई की उपलब्धता, सारी दवा है या नही है, नही है तो क्यों नही है, क्या दिक्कत है, मरीजों की स्थिति क्या है, अस्पताल के सारे उपकरण ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, अगर नही तो क्यों नही कर रहे, क्या दिक्कत है जैसे सवाल पूछा जा सकता है।
बता दें कि गोरखपुर हादसे के बाद हर रोज दिल्ली सरकार का कोई ना कोई मंत्री अस्पतालों का लगातार दौरा कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस क्रम में रविवार(13 अगस्त) को खुद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्पतालों का दौरा किया है।