दिल्ली से मथुरा जा रही ईएमयू ट्रेन में मामूली विवाद के बाद गुरुवार(22 जून) को मारे गए बल्लभगढ़ निवासी 16 साल के जुनैद खान की हत्या के बाद से बुधवार (28 जून) को देश की राजधानी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध किया। वहीं दिल्ली में जंतर-मंतर पर बुधवार (28 जून) की शाम 6 बजे से कई हजारों की संख्या में हर समुदाय के लोगों ने ‘नॉट इन माइ नेम’ अभियान के तहत वहां पर विरोध प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि, जुनैद खान की हत्या के बाद से मुस्लिम समुदाय सहित हर धर्म के लोग गुस्से में हैं। बता दें कि ‘नॉट इन माइ नेम’ शीर्षक से हो जा रहा यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा कोलकाता, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, बेंगलुरु और उत्तर प्रदेश में भी हुआ, इस अभियान से भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया है।
वहीं अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने ‘नॉट इन माई नेम’ पर फेसबुक पर एक संदेश पोस्ट किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अपने उदारवादी विचारों के लिए प्रसिद्ध रेणुका शहाणे ने लिखा, मुझे परवाह नहीं है कि उन भीड़ का क्या संबंध था और न तो मुझे इस बात की परवाह है कि जुनैद किस धर्म का था।
उन्होंने लिखा कि, मैं केवल एक चीज़ की परवाह करती हूं क्रूर इंसानों के एक समूह ने एक किशोर को मार डाला और तीन अन्य युवको को बेरहमी से मारा। अपने व्यक्तिगत डर को साझा करते हुए, शहाणे ने कहा कि जुनैद की मां के लिए उनका दिल टूटता है। साथ ही अपने लेख में उन्होंने लिखा है कि उनका बेटा भी अगले साल 16 साल का होने जा रहा है। उन्होंने लिखा है कि 16 साल के जुनैद का कत्ल नफरत की सियासत का जीता-जागता उदाहरण है।
आगे उन्होंने लिखा कि, वहां पर मौजूद क्रूर इंसानों के एक और समूह ने उन पर हमला बोला। जुनैद को लोगों ने मार दिया लेकिन वहां पर मौजूद लोग केवल मूकदर्शक बने रहें। शहाणे ने लिखा है, “अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो उस घटना को सही ठहरा रहे हैं। हां, मुझे पता है, नफरत हर तरह की हिंसा को सही और न्यायोचित ठहराता है।”
साथ ही उन्होंने लिखा कि, देश में भीड़तंत्र द्वारा ऐसी वारदातों की एक लंबी फेहरिस्त है। अब तो यह सामान्य सी बात हो गई है। अब कोई इस पर चर्चा तक नहीं करता। कोई यह जानने की भी जहमत नहीं करता कि इन घटनाओं के अपराधियों के साथ क्या हुआ, क्या वो पकड़े गए या उन्हें सजा मिली भी या नहीं। ख़बर लिखे जाने तक रेणुका शहाणे के इस पोस्ट को 3000 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है और साथ ही इस पोस्ट पर लोग तरह की प्रतिकिया भी दें रहे है।
जानिए रेणुका शहाणे और क्या लिखा:
NOT IN MY NAMEJunaid was lynched by a mob of cruel human beings. I don't care what religion those lynchers belonged…
Posted by Renuka Shahane on Wednesday, 28 June 2017
बता दें कि, रेणुका शहाणे का जन्म 7 अक्टूबर 1966 को मुंबई में हुआ था और उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत मराठी फिल्म उद्योग से की और उन्होंने कई मराठी फिल्में की हैं। उन्होंने 1991 में एक लोकप्रिय टीवी धारावाहिक सुरभि में काम किया। 1994 की एक ब्लॉकबस्टर फिल्म, ‘हम आपके हैं कौन’ में अपनी भूमिका के बाद वे लोकप्रिय हो गयीं।रेणुका सहाने की शादी बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा से हुई है, उनके दो बेटे हैं।