कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रद्रेश के उन्नाव में दो नाबालिग लड़कियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने और एक लड़की के बेसुध पाए जाने की घटना को ‘‘दिल दहला देने वाली’’ करार दिया और कहा कि तीसरी लड़की को उपचार के लिए दिल्ली पहुंचाया जाए। वहीं, राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि केवल दलित समाज को ही नहीं यूपी सरकार महिला सम्मान व मानवाधिकारों को भी कुचलती जा रही है।
प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना एवं तीसरी बच्ची को तुरंत अच्छा इलाज मिलना जांच- पड़ताल एवं न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है। खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है। यह न्याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है। आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्या हासिल होगा।”
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, “यूपी सरकार से निवेदन है कि परिवार की पूरी बात सुने एवं त्वरित प्रभाव से तीसरी बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए।”
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, “केवल दलित समाज को ही नहीं यूपी सरकार महिला सम्मान व मानवाधिकारों को भी कुचलती जा रही है। लेकिन वे याद रखें कि मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ितों की आवाज़ बनकर खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाकर ही रहेंगे।”
केवल दलित समाज को ही नहीं यूपी सरकार महिला सम्मान व मानवाधिकारों को भी कुचलती जा रही है।
लेकिन वे याद रखें कि मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ितों की आवाज़ बनकर खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाकर ही रहेंगे।#Save_Unnao_Ki_Beti
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 18, 2021
ख़बरों के मुताबिक, पीड़िता का बबुरहा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। मीडिया मृतकों के परिजनों से नहीं मिल पा रही है। परिजनों को पुलिस द्वारा उठाए जाने के विरोध में ग्रमीण धरने पर बैठ गए हैं।
गौरतलब है कि, उन्नाव जिले के असोहा इलाके के बबुरहा गांव के बाहर बुधवार को दलित समुदाय की तीन लड़कियां बेसुध मिलीं। अस्पताल ले जाने पर उनमें से दो को मृत घोषित कर दिया गया। जबकी एक की हालत नाजुक बनी हुई हैं, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच अभी चल रही है। वहीं, दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि बबुरहा गांव में एक ही परिवार की 15, 14 और 16 साल की तीन लड़कियां अपराह्न करीब तीन बजे जानवरों के लिए चारा लेने घर से निकली थीं। देर शाम तक वापस ना आने पर परिजनों ने उनकी तलाश की तो वे तीनों गांव के बाहर खेत में बेसुध पड़ी मिलीं। वे एक दुपट्टे से बंधी हुई थीं। उन्होंने कहा कि दो लड़कियों की मौत हो गई और तीसरी लड़की को गंभीर हालत में उन्नाव जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर रेफर कर दिया गया। (इंपुट: भाषा के साथ)