महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में दूसरे दिन उग्र हुआ किसानों का आंदोलन, 5 जून को महाराष्ट्र बंद का एलान

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बीजेपी शासित राज्य महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकार से नाराज किसानों का आंदोलन शुक्रवार(2 जून) को दूसरे दिन भी जारी रहा। एक तरफ जहां, अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने पर नाराज किसानों के आंदोलन की वजह से मध्य प्रदेश में अनाज, दूध और फल-सब्जियों की आपूर्ति रोक दी।

फोटो: PTI

वहीं, महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। गुरुवार(1 जून) को शुरू हुए दोनों राज्यों में इस आंदोलन का आज दुसरा दिन है। महाराष्ट्र में बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने सख्त कदम उठाए और आंदोलन पर काबू पाने के लिए नासिक के कई हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई है। जिसके बाद किसानों ने 5 जून को पूरे राज्य में बंद का ऐलान कर दिया है।

मुंबई में दूसरे दिन भी आंदोलन जारी रहने से लोगों को सब्जियों की कमी हुई और इसकी कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई।
नवी मुंबई कृषि उत्पाद बाजार समिति (एपीएमसी) में सूत्रों के मुताबिक राज्य की राजधानी में दूध की आपूर्ति काफी हद तक अप्रभावित रही, हालांकि किसानों की प्रतिक्रिया के डर से सब्जियां लाने वाले वाहनों की संख्या में कमी देखी गई।

नासिक जिले में दूध एवं सब्जियों को ले जा रहे वाहनों को रोकने की कुछ घटनाओं की रिपोर्ट मिली। पुणे, अहमदनगर और नासिक जिलों के कई इलाकों से किसानों ने इस आंदोलन में हिस्सा लिया। हालांकि, यह आंदोलन की अगुवाई मुख्य तौर पर कार्यकर्ताओं ने की थी।

वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी राजू शेट्टी नीत स्वाभिमानी शेतकरी संघटना जैसे दलों ने आंदोलन को अपना नैतिक समर्थन दिया। आंदोलनरत किसान कृषि कर्ज माफी और अपने उत्पाद के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मंजूरी सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं।

जबकि, पश्चिमी मध्यप्रदेश में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन शुक्रवार को धार जिले के सरदारपुर में आंदोलनकारी किसानों एवं दुकानदारों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कुछ लोग घायल हो गये और छह मोटरसाइकिल जलाने के साथ-साथ दो दुकानों में तोड़फोड़ की गई।

किसान खेती का वाजिब दाम न मिलने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। धार जिले के पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र सिंह ने बताया कि सुबह आठ और साढ़े आठ बजे के बीच आंदोलनकारी किसान झाुंड बनाकर सरदारपुर में दुकानें बंद करने पहुंचे, जिसका दुकानदारों ने विरोध किया।

उन्होंने कहा कि इसी बीच दुकान बंद करवाने को लेकर दुकानदारों और आंदोलनकारी किसानों में विवाद हो गया, जो मारपीट भी बदल गई। उन्होंने कहा कि इस हिंसक झड़प में किसानों की छह मोटरसाइकिल जला दी गईं तथा दो दुकानों में तोडफोड़ की गई। उन्होंने कहा कि स्थिति को देखते हुए सरदारपुर में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। हालांकि, अब स्थिति नियंत्रण में है।

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