जहां एक पीएम मोदी महिलाओं को सम्मान देने की बात करते है, वहीं दूसरी और बीजेपी के अपने ही मुख्यमंत्री इसका पालन करना भूल गए। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो दो महिलाओं से अपने पैर साफ करवा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम रघुबर दास जमशेदपुर के बह्म लोक धाम में ‘गुरु महोत्सव’ कार्यक्रम में गए थे। जब वह कार्यक्रम में पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। उन पर फूल बरसाए गए, यहां तक कि महिलाओं ने पानी से उनके पैर भी धोए। लेकिन सीएम साहब ने इसके लिए मना नहीं किया बकायदा वो खड़े होकर पैर धुलवाते रहे और गर्व की अनुभूति करते रहे।
ख़बरों के मुताबिक, रघुबर दास का ये वीडियो 7 जुलाई का है और रघुबर दास इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस वीडियो के सामने आने के बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी पार्टियां ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।
ख़बरों के मुताबिक, इस मामले को लेकर कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता रंजीत रंजन ने कहा कि जब रघुबर दास के पैर धोने की प्रक्रिया की जा रही थी तो केवल महिलाओं ने ही यह काम क्यों किया। साथ ही विपक्ष का कहना है कि रघुबर दास ने महिलाओं से पैर धुलवा कर उनका अपमान किया है।
देखिए वीडियो:
#WATCH: Women wash feet of #Jharkhand CM Raghubar Das on a 'Guru Mahotsav' event held at Jamshedpur's Brahma Lok Dham. (July 7) pic.twitter.com/86wUeIpKzh
— ANI (@ANI) July 9, 2017
बता दें कि, गुरु पूर्णिमा हिंदू महीने आषाढ़ के पूर्ण चंद्रमा वाले दिन के रूप में चिन्हित है। हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म से ताल्लुक रखने वाले अपने गुरु के सम्मान में यह इस पर्व को मनाते हैं, जो कि जीवन में ज्ञान से हमारा मार्गदर्शन करते हैं। गुरु पूर्णिमा का दिन जून और जुलाई महीनों के बीच में आता है।
हिन्दू परम्परा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि गुरु पूर्णिमा को गुरु की पूजा करने से ज्ञान, शांति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है। गुरु पूर्णिमा के दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्म हुआ था। मान्यता है कि उन्होंने चारों वेदों को लिपिबद्ध किया था, इस कारण उनका एक नाम वेद व्यास भी है और उनके सम्मान में गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।