अर्नब गोस्वामी के सहयोगी प्रदीप भंडारी ने रिपब्लिक टीवी से इस्तीफा दे दिया है, भंडारी ने मंगलवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। प्रदीप भंडारी ने चैनल से इस्तीफा देकर रिपब्लिक टीवी के संस्थापक समेत सभी को चौंका दिया है, हर कोई उनके इस्तीफे की ख़बर सुनकर हैरान हैं।
बात दें कि, सुशांत सिंह राजपूत केस में प्रदीप भंडारी ने अनोखे अंदाज में रिपोर्टिंग करके सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। चैनल की लॉन्चिंग के साथ ही प्रदीप भंडारी बतौर कंसल्टिंग एडिटर चैनल के साथ जुड़े रहे, लेकिन अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे की वजह अभी सामने नहीं आ पाई है, लेकिन हर कोई उनके इस्तीफे की ख़बर सुनकर हैरान हैं।
प्रदीप भंडारी ने मंगलवार (9 फरवरी) को अपने ट्वीट में लिखा, “मैनें रिपब्लिक से इस्तीफा दे दिया है, अर्नब और उनकी टीम को शुभकामनाएं।”
I've submitted by letter of resignation to #Republic. Wishing #Arnab and team good luck for the future.
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी) (@pradip103) February 9, 2021
भंडारी के इस्तीफे के बाद गोस्वामी के समर्थक स्तब्ध रह गए, यूजर्स उनसे पूछने लगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। यूजर्स उनके अचानक इस कदम के पीछे कई कारणों का अनुमान लगा रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “आशा करता हूँ कि सभी अंदरूनी मसले सही चल रहे होंगे पर आपने कहा था – सुशांत को न्याय दिलवाने तक आप लड़ाई जारी रखेंगे। फिर अचानक ये तब्दीली कैसे?” एक अन्य यूजर ने लिखा, “लगता है भंडारी भी अर्नब के पुलवामा हमले में शहीद जवानों की शहादत में भाजपा की जीत ढूंढने और खुश होने से आहत हुआ है।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “चलो खैर देर से आये पर दुरस्त आये। गोदी मीडिया आपने सही किया। क्योंकि आने वाले समय में सत्ता की लाख कोशिशों के बावजूद वाट्सअप चेट लीकर को कोई भी बचा नही पायेगा। सभी को अपने किए कुकर्मों को भुगतना ही पड़ेगा। देशद्रोही कौन है, और देशभक्त कौन है। एक एक हिसाब होना बाकी है।”
दीपिका पादुकोण, सारा अली खान और रकुल प्रीत सिंह की जांच के बाद एनसीबी कार्यालय के बाहर प्रदीप भंडारी पर पिछले साल सितंबर में मुंबई में पत्रकारों ने हमला किया था। भंडारी के साथ मारपीट किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल हुआ था।
बता दें कि, मुंबई पुलिस ने बीते साल प्रदीप भंडारी को हिरासत में भी किया था, प्रदीप भंडारी ने लगभग तीन महीनें तक मुंबई से सुशांत सिंह केस की धुंआधार रिपोर्टिंग की थी।