एक बार मेरी सरकार बनने दो, आप नई उंचाई पर पहुंचने वाले हो, विश्वास रखिए। अभी दूसरी मंजिल तीसरी मंजिल पर खडे होकर न देखें। ये पहली लाइन थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुजफ्फरपुर के चक्कर मैदान में रैली को संबोधित करते हुए। रैली में भारी संख्या में पहुंची भीड को देखकर मोदी ने कहा। रउरा सब के सत सत परनाम मोदी ने भोजपुरी के इस लाइन से संबोधन शुरू किया।
इस रैली में बड़ा हुजूम है। राजनीतिक पंडितों का विश्लेषण कुछ भी हो, लेकिन यह भीड़ बताती है कि नतीजा आने वाले दिनों में क्या आने वाला है। किसकी सरकार बनने वाली है| प्रधानमंत्री ने कहा की “वो कहते थे हमारे पास एक मोदी है, दूसरे मोदी की क्या जरूरत है। लेकिन आज देखिए अपनों की दूरी कितना बेचैन कर देती है। पिछले दस साल में जो पीएम थे, वह यहां कभी नहीं आते थे। लेकिन नीतीश कुमार का मुझसे इतना लगाव है कि 14 महीनों की दूरी में भी मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) परेशान हो गए”।
नीतीश पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा “अगर मैं इतना ही बुरा था तो कमरे में आके चांटा मार देते, गला घोंट देते, लेकिन गुस्से में आकर आपने पूरे बिहार का विकास रोक दिया”| नीतीश पर टिपण्णी करते हुए मोदी ने कहा कभी मेरा मजाक बनाते थे आज खुद वहीं चहक रहे हैं पहले हम सोशल मीडिया पर ट्वीट करते थे तो यहां के एक नेता मेरा मजाक बनाते थे। आज उन्होंने भी चहकने का रास्ता बना लिया। आज सुबह उन्होंने ट्वीट किया था। मोदी ने कहा, वक्त कैसे बदलता है। वो कहा करते थे, हमारे पास एक मोदी है दूसरे मोदी की क्या जरूरत है। आपके बिहार आने की क्या जरूरत है। आज देखिए। अपनों की दूरी कितनी पीडा दे रही है।
बिहार पर बोलते हुए मोदी ने कहा “बिहार में हालात बदलनी चाहिए, नीति बदलनी चाहिए, बेरोजगारी हटना चाहिए, गुंडागर्दी हटनी चाहिए, सुख शांति चाहिए तो मुझे सेवा करने का मौका दीजिए। मैं विश्वास दिलाता हूं, आजादी से बिहार के लोगों ने सपने संजोए हैं मैं वो 60 महीनों में पूरा कर दूंगा।
आप मुझे जो चाहे करते लेकिन एक आदमी से नफरत के लिए बिहार की तकदीर से क्यों खिलवाड कर दिया। उनका इशारा नीतीश के लालू से दोस्ती पर था। उन्होंने कहा कि विकास के रास्ते पर गए बिना बिहार का भाग्य नहीं बदलने वाला है। आपने हर किसी को अपना लिया है अब एक बार हमें भी आजमा के देख लो। एक बार हमारे एनडीए के साथियों को बिहार की जनता की सेवा करने का मौका दीजिए। दिल्ली में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मंत्री, महत्वपूर्ण पद बिहार के लोगों को दिया है। एक तरह से बिहार के ही लोग देश चला रहे हैं। जो लेाग दिल्ली से नाता ही न रखे वो सरकार क्या भला करेगी। क्या इस देश में सरकारें आपस में लडती रहेंगी। विकास कब होगा।
आज यदुवंशी की बात करने वाले लोग कह रहे हैं कि हमें जहर पीना पड रहा है। कृष्ण ने जहर का नाश किया था पर आप जहर पी रहे हैं। आपने बिहार की जनता को जहर पीने के लिए क्यों विवश किया था। उनका इशारा लालू प्रसाद यादव की ओर था।
हमें बिहार की राजनीति पर आश्चर्य हो रहा है। विकास की बात नहीं हो रही। जहर और सांप की बात हो रही है। ये बातें आप बंद कमरे में कर लो। ये सीधा इशारा उनका महागठबंधन की ओर था।
उन्होंने कहा था कि 2015 में बिजली आपके घर नहीं आएगी तो वोट मांगने नहीं आएंगे। पर क्या बिजली आई। नहीं आई। जनता का भरोसा तोडा। पीठ पर छूरा भोंका। बिहार के पास देश का भाग्य बदलने की ताकत है। बिहार की जनता 100 दिन बाद इनकी छुट्टी कर देगी।
नीतीश की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके डीएनए में ही कुछ दिक्कत है। लोकतंत्र का डीएनए अपने विरोधियों को भी आदर और सत्कार देने का होता है। लेकिन इन्होंने जो लोकतंत्र सीखा है, उसमें जार्ज फर्नांडिस के साथ किया। सुशील मोदी के साथ क्या किया। क्या आप अभी भी लोकतंत्र के ऐसे डीएनए को माफ कर पाएंगे। मेरी गुजारिश है कि बिहार के लोग शपथ लें कि यहां फिर जंगलराज न आए। आरजेडी का पूरा अर्थ है रोजाना जंगलराज का डर।
मैं बिहार को 24 घंटे बिजली देने का वादा करने आया हूं। मैंने पीएम बनने के बाद मैंने भूटान और नेपाल का दौरा किया। वहां से बिजली सबसे ज्यादा बिहार को मिलेगी। पटना की सरकार आपको पिछली सदी में धकेल रही है। मोदी ने कहा कि अभी संसद चल रहा है इसलिए मेरे मुंह पर ताला लगा है। एक बार संसद खत्म हो जाए फिर बिहार को बडे पैकेज की घोषणा करूंगा। स्पेशल स्टेटस के तहत दो बडे फायदे होते हैं। इसका लाभ सबसे पहले बिहार को मिलेगा। दिल्ली में इंजन दे दिया। बिहार में भी एक इंजन दे दीजिए। फिर देखिए दो इंजन से कैसे विकास की गाडी चलेगी।