दुनिया के सात अजूबों में शुमार भारत की धरोहर ताजमहल को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 अक्टूबर को आगरा जाएंगे। इस दौरान सीएम योगी आगरा में ताज प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वह ताजमहल भी देखने जाएंगे, इसके अलावा आगरा के किले का भी दौरा कर सकते हैं। सीएम योगी के इस आगरा दौरे को डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहे है कि इस दौरे के बाद योगी ताजमहल को लेकर जारी विवाद को खत्म करने की कोशिश करेंगे। बता दें कि राज्य की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ का यह पहला आगरा दौरा होगा।
UP Chief Minister Yogi Adityanath to be in Agra on 25th October, will visit Taj Mahal and other monuments in the city.
— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2017
ताजमहल पर जारी विवाद पर न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि ताजमहल को किसने और क्यों बनवाया। उन्होंने कहा कि भारत के मजदूरों के खून और पसीने से बना है। हमारे लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है। खासतौर पर पर्यटन के जरिए यह हमारी प्राथमिकता में है और पर्यटकों को सुविधाएं एवं सुरक्षा मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है।
It is very imp for us, especially from tourism perspective it is our priority to provide facilities & safety to tourists there: CM #TajMahal pic.twitter.com/exOCYL0YgD
— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2017
ताजमहल पर क्या है पूरा विवाद?
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की सरधना सीट से बीजेपी विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को ‘भारतीय संस्कृति पर कलंक’ बताते हुए कहा गद्दारों के बनाए ताजमहल को इतिहास में जगह नहीं मिलनी चाहिए। रविवार(15 अक्टूबर) को मेरठ के गांव सिसौली में एक मूर्ति के अनावरण समारोह में बीजेपी विधायक ने कहा कि ताजमहल को गद्दारों ने बनवाया था, उसका नाम भारत के इतिहास में नहीं होना चाहिए।
सरधना के विधायक सोम ने कहा कि इसे एक ऐसे बादशाह ने बनवाया, जिसने अपने पिता को बंदी बनाया और हिंदुओं पर अत्याचार किए। जबकि सच्चाई यह है कि मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण कराया था और उनके पुत्र औरंगजेब ने उन्हें अंतिम समय तक बंदी बनाकर रखा था।
बीजेपी विधायक ने कहा कि देश के असली महापुरुष महाराणा प्रताप, शिवाजी आदि का इतिहास अब स्कूल कॉलेजों में बच्चों को पढ़ाया जायेगा। उन्होंने दावा किया बीजेपी सरकार इतिहास को बदलेगी और हिंदू राजाओं की वीरता एवं बलिदान को सम्मान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार देश के इतिहास से अकबर, बाबर और औरंगजेब की कलंक कथा को मिटाने का काम कर रही है। साथ ही देश में हिंदुओं के इतिहास को दर्शाया और पढ़ाया भी जाएगा। सोम ने कहा कि ताजमहल को बनाने वाले ने अपने पिता को कैद कर लिया था और हिंदुओं पर अत्याचार भी किए थे।
संगीत सोम ने कहा भारत का इतिहास बेहद गौरवशाली है। इसमें कृष्ण, भगवान शिव और विष्णु भगवान जैसे अवतारों का भी इतिहास है। ऐसे गौरवशाली इतिहास को दिखाया और पढ़ाया भी जाएगा। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों का सफाया करने में देश और प्रदेश की सरकार का लोग साथ दें।
ओवैसी बोले- लाल किले को भी ‘गद्दारों’ ने बनाया था, क्या मोदी तिरंगा फहराना छोड़ देंगे?
संगीत सोम के विवादित बयान पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए सोमवार(16 अक्टूबर) को सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से तिरंगा फहराना बंद कर देंगे, क्योंकि वह भी गद्दारों ने बनाया था? ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, ‘लाल किले को भी ‘गद्दारों’ ने बनाया था।
तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर तिरंगा फहराना छोड़ देंगे? क्या मोदी और योगी घरेलू और विदेशी पर्यटकों से कहेंगे कि वे ताजमहल को देखने ना आएं? एक और ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि यहां तक कि दिल्ली में हैदराबाद हाउस को ‘गद्दारों’ ने ही बनाया था। क्या मोदी यहां विदेशी मेहमानों की मेजबानी छोड़ देंगे?
आजम बोले- संसद और राष्ट्रपति भवन को भी गिरा देना चाहिए
वहीं, संगीत सोम के विवादित बयान पर बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी(सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान ने मंगलवार(17 अक्टूबर) को कहा कि अकेले ताजमहल ही क्यों? संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, कुतुब मीनार, लालकिला क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि ये सब गुलामी की निशानी है इन सभी को गिरा देना चाहिए।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में आजम खान ने कहा कि मैं पहले से कहता आ रहा हूं कि गुलामी की उन तमाम निशानियों को मिटा देना चाहिए जिससे कल के शासकों की बू आती हो। सपा नेता ने कहा कि जाहिर है जिन्हें आरएसएस के लोग गद्दार कहते हैं, अगर ये गद्दारों की निशानियां है तो इसे ध्वस्त कर देना चाहिए।