देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक महिला को कथित तौर पर नौ दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान आरोपियों ने इंजेक्शन लगाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया। गैंगरेप के आरोपी चार दोस्तों ने आपत्तिजनक वीडियो भी बना लिया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने सोमवार को कहा कि दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। दुष्कर्मियों ने महिला को नौ दिनों के कारावास के बाद जाने दिया, जिसके बाद उसने अपने परिवार के सदस्यों को घटना के बारे में सूचित किया। पीड़िता ने 10 जुलाई को पुलिस से संपर्क किया और प्राथमिकी दर्ज कराई।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा कि उसके गांव के चिंटू नाम के एक व्यक्ति ने उसे 30 जून को उसके गांव में स्थित एक मंदिर के पास मिलने के लिए कहा। जब महिला वहां पहुंची तो चिंटू मौजूद था। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति संजू अपनी कार में वहां पहुंचा और फिर दोनों उसे फरीदाबाद ले गए।
पीड़िता ने पुलिस को बताया, इस दौरान मैंने उनसे पानी मांगा। उन्होंने मुझे किसी नशीले पदार्थ से युक्त पानी पिलाया। इसे पीने के बाद मैं बेहोश हो गई और जब मुझे होश आया तो मैंने खुद को एक कमरे में कैद पाया। रात में कुलदीप और दीपक नाम के दो आदमी कमरे में आए। बाद में सभी आरोपियों ने उसके साथ बारी-बारी से बंदूक की नोक पर दुष्कर्म किया और इंजेक्शन भी लगाया और उसे नौ दिनों तक संदिग्ध गोलियां दीं।
उन्होंने एक आपत्तिजनक वीडियो भी रिकॉर्ड किया और किसी को भी इस बारे में बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। उसने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे अपने घर पर फर्जी कॉल करने के लिए भी मजबूर किया कि वह ठीक है।
कैद के दौरान, चार लोगों ने हर दिन उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे 8 जुलाई को बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर छोड़ दिया, जहां से उसने अपने परिवार के सदस्यों को बुलाया। इसके बाद रविवार को वह थाने गई। सोहना सदर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।
सोहना सदर पुलिस थाने के थाना प्रभारी उमेश कुमार ने आईएएनएस को बताया, हम मामले की जांच कर रहे हैं और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
हमारे देश की सरकार भले ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे कर रही हो, लेकिन हकीकत इससे काफी दूर है। रोज मासूम बच्चियों और महिलाएं से रेप व छेड़छाड़ की कोई न कोई घटनाएं सामने आती ही रहती है, जो चीख-चीखकर बता रही हैं कि देश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है।