पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद वहां पर तनाव का माहौल अभी भी कायम है और उसी के साथ ही वहां पर सियासी घमासान भी जारी है। हालांकि प्रशासन ने हालात को देखते हुए बशीरहाट में नेताओं के प्रवेश पर बैन लगा दिया है। लेकिन उसके बाद भी हिंसाग्रस्त बशीरहाट में राजनेताओं का आना जाना भी शुरू हो गया है।
शनिवार(8 जुलाई) को बशीरहाट जाने की कोशिश कर रही बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, ओम माथुर और सत्यपाल सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी सांसदों का यह दल बशीरहाट जाकर दंगा प्रभावित इलाकों का जायजा लेने जा रहा था। कोलकाता पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर तीनों सांसदों को हिरासत में ले लिया, इस दौरान सांसदों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई।
इस दौरान बीजेपी सांसद ओम माथुर ने पुलिस अधिकारी को धमकी देते हुए कहा कि, आपने किस आधार पर गाड़ी रोकी। हम सांसद हैं पता है ना। साथ ही उन्होंने कहा कि, अगर विशेषाधिकार प्रस्ताव आया तो मर जाओगे। पुलिस अधिकारी ने कहा, “मैं आपसे रिक्वेस्ट कर रहा हूं। आप आगे नहीं जाएंगे। दिक्कत हो सकती है।”
इसके बाद बागपत लोकसभा के बीजेपी सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा, एक तो हम लोगों को कानून मालूम है। आपको मेरा बैकग्राउंड भी पता होगा। अभी हम लोग सांसद है। सांसद के कुछ विशेषाधिकार होते हैं। उनको ऐसे रोकोगे तो आपको कल दिक्कत होगी। हम कुछ गड़बड़ करने नहीं जा रहे, सिर्फ स्थिति देखने जा रहे है।
देखिए वीडियो:
#WATCH: Argument between BJP delegation and police after the delegation was stopped from entering #Basirhat, West Bengal. pic.twitter.com/PuyzlroSkz
— ANI (@ANI) July 8, 2017
बता दें कि, इससे पहले शुक्रवार को भी पुलिस ने कांग्रेस लेफ्ट और बीजेपी के नेताओें को बशीरहाट जाने से रोक दिया था क्योंकि बशीरहाट में हालात अब भी तनावपूर्ण हैं और इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई हुई है। गौरतलब है कि, फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट के कारण पश्चिम बंगाल के बदुरिया शहर और 24 उत्तरी परगना जिले का बशीरहाट पिछले कई दिनों से सांप्रदायिक हिंस की चपेट में है।