पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 30 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान किया गया। राज्य में मारपीट और तोड़फोड़ की कुछ छिटपुट घटनाएं जरूर हुई लेकिन कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इस बीच, भाजपा के एक उम्मीदवार ने पार्टी नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने धमकी दी कि यदि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने दिया गया तो वह आत्मदाह कर लेंगे।
दरअसल, पश्चिम बंगाल विधानसभा की गलसी (सुरक्षित) सीट से भाजपा उम्मीदवार तपन बागड़ी ने शनिवार को दावा किया कि पूर्वी वर्धमान जिले का पार्टी नेतृत्व उन पर चुनाव नहीं लड़ने का दबाव डाल रहा है क्योंकि उनके खिलाफ छेड़छाड़ का एक ”झूठा” मामला लंबित है। उन्होंने धमकी दी कि यदि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने दिया गया तो वह आत्मदाह कर लेंगे।
बागड़ी की उम्मीदवारी की घोषणा नई दिल्ली से की गई थी। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास के मामले लंबित हैं, फिर भी उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वह सोमवार को भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामाकंन पत्र दाखिल करेंगे।
भाजपा जिला अध्यक्ष अभिजीत ता ने कहा कि बागड़ी को शुक्रवार को मामले से संबंधित दस्तावेज जमा करने के लिये कहा गया था और उन्होंने ऐसा किया भी। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों को पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के पास भेज दिया गया है। साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार किया कि बागड़ी पर चुनाव न लड़ने का दबाव डाला जा रहा है।
गौरतलब है कि, 294 सदस्यीय बंगाल विधानसभा के लिए 8 चरणों में मतदान होंगे। राज्य में पहले चरण के लिए 27 मार्च को 30 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए। राज्य में मारपीट और तोड़फोड़ की कुछ छिटपुट घटनाएं जरूर हुई लेकिन कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। चुनाव आयोग के मुताबिक शाम 6 बजे तक बंगाल में 80 फीसद मतदान हुआ।
वहीं, दूसरे चरण की 30 सीटों पर 1 अप्रैल को मतदान होगा। तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को वोटिंग होगी। पांचवें चरण की 45 सीटों पर 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को वोटिंग होगी। बंगाल में आठवें और अंतिम फेज का चुनाव 29 अप्रैल को होगा, जहां 35 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। (इंपुट: भाषा के साथ)