विजय माल्‍या अफसरों और नेताओं को कीमती सामान का तोहफा देकर अपने पक्ष में कर लेता था

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मनी लॉन्ड्रिंग केस के मामले में गिरफ्तार शराब कारोबारी विजय माल्या को चंद मिनटों बाद ही माल्या को जमानत मिल गई थी। माल्या की गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुई थी। माल्या पर भारतीय बैंकों का 9 हजार करोड़ का कर्ज बकाया है। वह बिना कर्ज चुकाए लंदन फरार हो गया था। इसी मामले में अब एक ताजा जानकारी सामने आई है।

विजय माल्‍या अफसरों और नेताओं को कीमती सामान का तोहफा देकर अपने पक्ष में कर लेता था। हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच करने वाले सीरियस फ्रॉड इनवेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO) ने इस बात का खुलासा किया है। 17 बैंकों से 9,000 करोड़ रुपये कर्ज लेकर फरार होने वाले विजय माल्या पर एसएफआईओ ने 157 पेज वाले रिपोर्ट में कहा है। माल्या आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के संपर्क में रहता था। वो नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों में रुतबा बनाए रखने के लिए होने महंगे तोहफे देता था।

भारत सरकार 9000 करोड़ रुपये के कथित बकाया ऋण की वसूली के लिए इंग्लैंड से माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश में है। माल्या आईपीएल टीम रायल चैलेंजर्स बेंगलुरू के मालिक थे जिसके कप्तान विराट कोहली हैं। कार्यक्रम में मौजूद बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि माल्या की मौजूदगी के कारण कोहली और भारतीय टीम असहज हो गई थी।

बता दें कि ब्रिटेन के साथ प्रत्यर्पण संधि के बावजूद पिछले पांच साल में केवल एक आरोपी का ही प्रत्यर्पण संभव हो पाया है। माल्या समेत दस मामले अभी ब्रिटेन के पास लंबित हैं, जबकि छह मामलों को खारिज कर चुका है। सूत्रों ने कहा ब्रिटेन के जटिल नियमों के चलते भारत को अभी इस मामले में कड़ी मशक्कत करनी होगी।

सूत्र मानते हैं कि माल्या को भारत लाने के लिए जटिल कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा। ब्रिटेन ने भारत को प्रत्यर्पण के मामले में द्वितीय श्रेणी के देशों में रखा है। इसके तहत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया कठोर और लंबी है। बता दें कि ब्रिटेन के साथ भारत के करीब 10 भगोड़े अपराधियों का प्रत्यर्पण का मामला पहले से लंबित है।

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