भ्रष्टाचार व अवैध खनन के आरोपों के बाद सीएम योगी ने दो जिलाधिकारियों को किया निलंबित

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार (7 जून) को भ्रष्टाचार और अवैध खनन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न अनियमिताओं को लेकर गुरुवार को गोण्डा एवं फतेहपुर के जिला अधिकारियों को निलम्बित कर दिया है।

File Photo: Mid-Day

 

समाचार एजेंसी वार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गोण्डा के जिलाधिकारी जे बी सिंह को अवैध खनन एवं खाद्य वितरण में अनियमिताओं को लेकर निलम्बित किया गया है। जबकि इसी प्रकार फतेहपुर के जिला अधिकारी कुमार प्रशांत को अवैध खनन एवं सरकारी जमीन को एक व्यक्ति के नाम हस्तातंरण करने के मामले में निलम्बित किया गया है।

सूत्रों ने बताया कि इन दोनों अधिकारियों को निलम्बित करने के बाद जांच के आदेश दिए गए है। इन अधिकारियों को राज्य के राजस्व विभाग से संबद्ध किया गया है। सूत्रों ने बताया कि इन अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत मिलने के बाद प्राथमिक जांच में शिकायत सही पाई जाने पर निलम्बित किया गया है।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने प्राईमरी शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल के दो निजी सचिवों को भी गत रात हटा दिया है। कुछ बेसिक शिक्षा अधिकारियों के निजी सचिव राजकुमार एवं अजीत जायसवाल द्वारा स्थानांतरण एवं पोस्टिंग के लिए रूपये मांगने की शिकायत करने के बाद इन दोनों को हटाया गया है।

बता दें कि मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद ही योगी कह चुके हैं कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार और अनियमितत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आज की कार्रवाई इसी कड़ी में की गई है। सीएम योगी अधिकारियों की शिकायतों को सुनने और अवैध खनन पर लगाम लगाने के निर्देश पहले भी कई बार दे चुके हैं। बावजूद तमाम जिलों से अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें लगातार मिल रही हैं।

 

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