उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर जारी घमासान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस विवाद में एक के बाद एक राजनीतिक दल के नेता कूदते नजर आ रहे हैं। इसी बीच, अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जोरदार हमला बोला है।
file photoजिन्ना की तस्वीर को लेकर जारी विवाद पर अखिलेश यादव ने मंगलवार(8 मई) को ट्वीट करते हुए लिखा कि, “हर जगह दिखावे की सक्रियता दिखाने वाली प्रदेश की ‘एनकाउंटर-सरकार’ AMU में क्यों नहीं सक्रिय हो रही है, जहां छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का माहौल बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हम एक बार नहीं सौ बार कहेंगे कि शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए, ये युवाओं के भविष्य का सवाल है।”
हर जगह दिखावे की सक्रियता दिखानेवाली प्रदेश की ‘एनकाउंटर-सरकार’ AMU में क्यों नहीं सक्रिय हो रही है, जहां छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का माहौल बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हम एक बार नहीं सौ बार कहेंगे कि शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए, ये युवाओं के भविष्य का सवाल है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 8, 2018
जी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन्ना विवाद से बने हालात को लेकर लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) ने जिला प्रशासन को जो रिपोर्ट्स सौंपी है उसके मुताबिक, ‘शहर के हालात अभी ठीक नहीं हैं। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विवादित नारे लगाए जाने के बाद यहां तनाव बढ़ गया है।’
रिपोर्ट्स में आगे कहा गया है कि, ‘6 मई को हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने भुजपुरा, बाबरी मंडी, चंदन शहीद रोड, काला महल, डाक खाना जयगंज में बाइकों से जुलूस निकाला। इस जुलूस में एएमयू के खिलाफ विवादित नारे लगाए गए, जिससे तनाव बढ़ा है।’
बता दें कि, इससे पहले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्य में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ‘जिन्ना की फोटो पर विवाद मोदी जी और योगीजी के शासन काल में निराशाजनक विफलता को छिपाने के लिए एक कवर मात्र है। प्रिय एएमयू! धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के आदर्शों की रक्षा के लिए हम आपके साथ एकजुट हैं। जय हिन्द।’
बता दें कि, विवाद तब शुरू हुआ जब अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम ने एएमयू के छात्र संघ कार्यालय की दीवारों पर पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर लगी होने पर आपत्ति जताई थी। दरअसल, एएमयू के यूनियन हॉल में जिन्ना की तस्वीर लगाने से नाराज हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने दो मई को परिसर में घुसकर नारेबाजी की थी। उन पर मारपीट और भड़काऊ नारेबाजी करने के आरोप हैं।
एएमयू छात्रसंघ ने हिंदू युवा वाहिनी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। इस मांग के समर्थन में परिसर के गेट पर एकत्र हुए एएमयू छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा किए गए बलप्रयोग में एएमयू छात्रसंघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम. हुसैन जैदी समेत छह लोग घायल हो गए थे।