भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली उन्नाव रेप पीड़िता की गाड़ी में रविवार दोपहर को ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी चाची और एक अन्य महिला की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब पीड़ित लड़की अपने परिवार के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलकर वापस लौट रही थी। पुलिस इस मामले में हत्या की साजिश और हादसा, दोनों मानकर जांच कर रही है।
रायबरेली के अतरिक्त पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि रायबरेली के गुरुबक्शगंज थाना क्षेत्र की अटौरा चौकी के अंतर्गत सुल्तानपुर खेड़ा मोड़ पर कार व ट्रक में टक्कर हो गई, जिसमें कार सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पुष्पा सिंह पत्नी महेश सिंह निवासी माखी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फॉरेन्सिक जांच टीम को बुलाकर जांच कराई जा रही है। अतरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ जारी है।
दुष्कर्म पीड़िता के वकील महेंद्र सिंह के जूनियर विमल ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता, मां, चाची और वकील हादसे में घायल हुए हैं। इस हादसे में मां और चाची की मौत हो गई है, जबकि दुष्कर्म पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर है। बाकी घायलों का इलाज लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। हादसे में एक अन्य महिला की भी मौत हुई है। जिस ट्रक से कार की टक्कर हुई है, उस पर सिर्फ यूपी 71 लिखा हुआ है। नंबर प्लेट पर लिखे नंबर को छुपाने के लिए उसे काले रंग से रंग दिया गया है।
अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा,‘रायबरेली में उन्नाव पीड़िता के साथ घटी घटना एक गंभीर मामला है और इस घटना के पीछे उसकी हत्या की मंशा रही होगी।’ इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देश पर घायलों से मिलने गईं युवा कांग्रेस की नेता अराधना मिश्रा ने बताया, ‘पीड़िता की हालत बहुत नाजुक है और वकील वेंटिलेटर पर हैं।
बता दें कि उन्नाव रेप मामला पिछले साल उस समय चर्चा में आया था जब, उस समय 16 साल की रही पीड़ित लड़की ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर न्याय के लिए प्रदर्शन किया था। पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी के लिए जब वह बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के घर गई थी तो उसके साथ बलात्कार किया गया था। घटना के लगभग एक साल बाद अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की थी।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर कई महीनों से जेल में बंद हैं। उनके ही गांव की एक युवती ने उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है। विधायक के भाई पर आरोप है कि उसने पीड़िता के पिता को पेड़ से बांधकर पीटा, उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था, जहां उसकी मौत हो गई थी।
पीड़िता के चाचा महेश को एक दूसरे मामले में जेल भेजा गया है। वह रायबरेली जेल में बंद है। रविवार को पीड़िता व कई अन्य रायबरेली जेल से मिलने जा रहे थे। हादसे में मां की थी मौत हो जाने से पीड़िता बिल्कुल अनाथ हो गई। उसकी चाची भी नहीं बची और खुद वह मौत से जूझ रही है। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)