सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने शनिवार को भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटाया और कुछ देर बाद में इसे बहाल कर दिया। इस मामले में ट्विटर की सफाई आई है। ट्विटर का कहना है कि लंबे समय से अकाउंट को लॉग इन नहीं किया गया। इस वजह से ये कदम उठाया गया।
उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अल्गोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है। उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी।
अधिकारियों ने बताया कि अकाउंट से ब्लू टिक हटने के बारे में शनिवार सुबह पता चलने के बाद ट्विटर से संपर्क किया गया और इसके बाद ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया। ट्विटर ने कहा कि यह अकाउंट जुलाई 2020 से निष्क्रिय था और अब उसे सत्यापित करने वाले ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया है। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना प्रसारण मंत्रालय ने इस पर नाराजगी व्यक्त की है। हालांकि ट्विटर ने इस कार्रवाई के पीछे कारण स्पष्ट कर दिया है लेकिन मामला इतनी आसानी से निपटने वाला नहीं है। इससे पहले भी ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच टकराव वाली स्थिति बन रही थी। अब ऐसे में ट्विटर की ये कार्रवाई से ये विवाद तूल पकड़ सकता है।