जानिए 2019 में किस मुद्दे पर चुनावी मैदान में उतरेगी BJP?, प्रधानमंत्री बनने से पहले और बाद के नरेंद्र मोदी के ट्विटर एनालिसिस से असली एजेंडे का हुआ पर्दाफाश

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट को लेकर किए गए एक अध्ययन में कई बड़े खुलासे हुए हैं। इस अध्ययन में जो सबसे बड़ी बात सामने आई है वह यह कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी विकास को लेकर ज्यादा ट्वीट करते थे, जिसका उन्हें फायदा भी मिला और देशवासियों ने देश की कमान उनके हाथों में सौंप दिया। हालांकि पीएम मोदी पर उनके द्वारा किए गए कई वादों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लग रहे हैं।

राजनीतिक व्यंगकार आकाश बनर्जी द्वारा किए गए इस विश्लेषण में जो हैरान करने वाली बात सामने आई है वह यह कि पीएम बनने के बाद मोदी ने विकास के मुद्दे को नजरअंदाज करने की कोशिश की है। इस अध्ययन में यह बात सामने आई है कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद विकास की जगह देशभक्ति (भारत माता की जय टाइप ट्वीट्स) पर ज्यादा जोर देने लगे हैं और इससे साफ हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अगले साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव किस मुद्दे में लड़ेगी।

आकाश बनर्जी ने पीएम मोदी के 17,890 ट्वीट्स डाउनलोड कर उनका विस्तृत अध्ययन किया है। नरेंद्र मोदी ने इनमें से 3,900 ट्वीट्स प्रधानमंत्री बनने से पहले वर्ष 2010 से 2014 के बीच में किए हैं, जबकि 13,990 ट्वीट्स उन्होंने पीएम बनने के बाद 2014 से 2018 के दौरान किया है। इस अध्ययन में सामने आया है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी के ट्वीट्स में तीन गुना का इजाफा देखने को मिला है।

पीएम बनने से पहले यानी 2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी के ट्वीट्स पर अगर ध्यान दें तो ‘देश भक्ति’ यानी ‘भारत माता की जय’ से जुड़े उनके ट्वीट्स मात्र 15 प्रतिशत थे। जबकि 2014 के बाद ऐसे ट्वीट्स की संख्या बढ़कर 45 प्रतिशत हो गए हैं। विकास के मुद्दे पर पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद मात्र 10 प्रतिशत ट्वीट्स किए हैं। आकाश ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव किस मुद्दे पर लड़ा जाएगा।

इस एनालिसिस में एक बात और सामने आई है कि प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी आम लोगों से जुड़े मुद्दों को लेकर ट्विटर पर आवाज उठाते हुए नजर आ रहे थे। आकाश बनर्जी के मुताबिक 2014 से पहले पीएम मोदी के द्वारा सबसे चर्चित ट्वीट्स पर नजर डाले तो वह पाकिस्तान और चीन पर किए थे। जैसे पाकिस्तान और चीन हमारे बॉर्डर पर हावी हो रहे हैं। पेट्रोल हमारे बटुए पर हावी हो रहा है। सरकार ‘फ्रीडम ऑफ स्पीच’ पर हावी हो रही है।

आकाश के मुताबिक, लेकिन अगर हम 2014 के बाद देखें तो पाकिस्तान और पेट्रोल से हमें छुटकारा नहीं मिलता है, लेकिन हमें मिलते हैं नए ट्वीट्स। 2014 के बाद अगर मोदी के सबसे पॉपुलर ट्वीट्स पर नजर डालें तो उन्होंने योगा, ट्रिपल तलाक, टीम इंडिया को बधाई देना और नोटबंदी पर निजी सर्वे पर ट्वीट्स किया गया है। एनालिसिस में साफ सामने आया है कि उन्होंने नोटबंदी, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम सहित अन्य कई गंभीर मुद्दों पर चुप्पी साध रखे हैं।

 

 

 

 

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