जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले का भारत ने बदला लिया है। भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के भीतर हवाई हमले कर कई आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना के जवानों ने एलओसी के पार जाकर आतंकी कैंप पर हमला बोला और उनके कई आतंकवादी कैंपों को ध्वस्त कर दिया है। मीडिया में भारतीय एयरफोर्स के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि भारत के लड़ाकू विमानों ने सुबह 3:30 मिनट पर बालाकोट के पास जैश-ए-मोहम्मद के एक कैंप पर हमला करके उसे तबाह कर दिया।
पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने सीमा पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचों पर मंगलवार तड़के भारी बमबारी की जिसमें कई आतंकवादी कैंप पूरी तरह नेस्तनाबूद हो गए। सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि भारतीय वायुसेना के विभिन्न लड़ाकू विमानों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी समूहों के शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान की सेना ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) का उल्लंघन किया है। सेना की मीडिया शाखा अंतर-सेवा जन संपर्क (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया है, ‘‘भारतीय वायुसेना के विमान मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसे। पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से समय पर और प्रभावी जवाब मिलने के बाद वह जल्दीबाजी में अपने बम गिरा कर बालाकोट के करीब से बाहर निकल गए। जानमाल को कोई नुकसान नहीं हुआ है।’’
उन्होंने लिखा है, ‘‘भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया है। पाकिस्तानी वायुसेना ने तुरंत जवाब दिया। भारतीय विमान लौट गए।’’ गौरतलब है कि यह आरोप जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों में बढ़े तनाव के बीच लगाया गया है। हमले में सुरक्षा बल के 40 जवान शहीद हुए थे।
‘जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर हमले किए’
भारत सरकार ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में वायुसेना के हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि इस हमले में वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने नेस्तनाबूद किये और बड़ी संख्या में आतंकवादी ढेर किए। भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान में कार्रवाई के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि भारत ने जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए हैं। विदेश सचिव ने कहा कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए सभी कदम उठाने के लिए दृढ़तापूर्वक प्रतिबद्ध है। विदेश सचिव ने कहा कि आसन्न खतरे को देखते हुए, एकतरफा कार्रवाई ‘‘अत्यंत आवश्यक’’ थी।
विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को तड़के सीमापार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर शामिल है। साथ ही गोखले ने यह भी कहा कि भारत सरकार आतंकवाद रूपी बुराई को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
विदेश सचिव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश ए मोहम्मद भारत में एक और आत्मघाती आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा कि इस जानकारी के बाद सीमा के दूसरी ओर जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए गए। गोखले ने बताया कि भारतीय वायु सेना के आज सुबह चलाए गए अभियान में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया।
कई आतंकी हुए ढेर
इस अभियान में बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस शिविर का नेतृत्व मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी कर रहा था, जो जैश प्रमुख मसूद अजहर का रिश्तेदार था। उन्होंने कहा कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में और आत्मघाती आतंकी हमले की साजिश रच रहा था। फिदायीन जिहादियों को इस काम के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था। ऐसे में हमने यह कार्रवाई की।
गोखले ने कहा कि हमने पाक को आतंकी हमले के सबूत कई बार दिए लेकिन पाकिस्तान ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। यह ऐहतियातन उठाया गया कदम और गैर सैन्य कार्रवाई थी जिसका मकसद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। हमने जैश ए मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया जो घने जंगल में पहाड़ियों पर थे और नागरिक इलाकों से दूर थे।
उन्होंने कहा कि इन आतंकी शिविरों में इतने बड़े पैमाने पर जेहादियों को प्रशिक्षण देना बिना पाकिस्तानी प्राधिकार की जानकारी के संभव नहीं था। पाकिस्तान को बार बार इन आतंकी ठिकानों के बारे में जानकारी दी गई और कार्रवाई करने को कहा गया। लेकिन वह इंकार करता रहा। विदेश सचिव ने कहा कि आसन्न खतरे को देखते हुए, एकतरफा कार्रवाई ‘‘अत्यंत आवश्यक’’ थी ।
गोखले ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपने 2004 के संकल्प पर अमल करेगा कि वह भारत के खिलाफ आतंकी हमलों के लिये अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देगा। विदेश सचिव ने कहा कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए सभी कदम उठाने को दृढ़तापूर्वक प्रतिबद्ध है। भारत की पाकिस्तान से अपेक्षा है कि वह जैश ए मोहम्मद सहित सभी आतंकी शिविरों को नष्ट करेगा।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को किए गए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पाक स्थित आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। भारतीय वायु सेना के आज के अभियान के बारे में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति की एक बैठक की अध्यक्षता की। वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बैठक में हिस्सा लिया।