तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की विश्वस्त सहयोगी रही वी. के. शशिकला के वकील ने सोमवार को कहा कि शशिकला का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है और यह अन्याय है। उन्होंने कहा कि शशिकला इसे लेकर दुखी हैं और इसके लिए जिम्मेदार रहे अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

एन. राजा संतूर पांडियन ने कहा कि तमिलनाडु में मंगलवार को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले, चेन्नई की थाउजेंड लाइट्स विधानसभा सीट की मतदाता सूची से शशिकला का नाम हटा दिया गया है। पांडियन ने एक तमिल टीवी चैनल से कहा कि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि शशिकला का नाम 31 जनवरी 2019 को हटाया गया था, जब उस साल लोकसभा चुनाव होने वाले थे।
बता दें कि, पिछले महीने ही शशिकला ने राजनीति से सन्यास लेने का फैसला किया था। चुनाव से ठीक एक महीने पहले उनके इस ऐलान से पार्टी को खासा झटका लगा था। उन्होंने घोषणा की थी कि मैं राजनीति से दूर रहूंगी और अपनी बहन पुराचि थलावी (जयलिलता), जिन्हें मैं देवीतुल्य मानती हूं, और ईश्वर से अम्मा के स्वर्णयुगीन शासन की स्थापना के लिए प्रार्थना करती रहूंगी।
बता दें कि, आज तमिलनाडु विधानसभा की सभी 234 सीटों पर मतदान हो रहा है। जहां 3,998 प्रत्याशियों की क़िस्मत का फैसला होगा। यह चुनाव तय करेगा कि क्या सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक की लगातार तीसरी बार राज्य की सत्ता में वापसी होगी या फिर एक दशक बाद द्रमुक सत्ता में लौटेगी।
इस चुनाव में मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन, एएमएमके संस्थापक टी टी वी दिनाकरण, अभिनेता एवं मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन, नाम तमीझार काच्ची के नेता सीमान और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एल मुरूगन समेत 3998 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।