भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिला जेल में तबरेज अंसारी की मौत मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो पुलिस अधिकारियों- खरसावां थाना प्रभारी चंद्रमोहन उरांव व सीनी ओपी प्रभारी विपिन बिहारी सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। दोनों पर लापरवाही बरतने व अपने वरीय पदाधिकारी की सूचना नहीं देने का आरोप है। वहीं, अब तक इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने इस मामले की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी है।
कुछ दिन पहले सरायकेला जिले के धातकीडीह गांव में बाइक चुराने के आरोप में तबरेज अंसारी (22) की भीड़ ने बेरहमी से पिटाई की थी। रविवार को अस्पताल में पीड़ित ने दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, उसके पास से चोरी हुई बाइक के अलावा कई और चीजें मिली हैं। हालांकि, इस मामले में एक वीडियो वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई, जिसमें मंडल पेड़ से बंधे अंसारी को पीटते हुए नजर आ रहा था। साथ ही वीडियो में तबरेज से जबरन जय श्रीराम कहलवाने की कोशिश की गई है।
अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सरायकेला पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि अंसारी पिछले सोमवार को बाइक से जमशेदपुर से वापस आ रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। उन्हें पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई की और ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मुताबिक, भीड़ द्वारा कथित तौर पर तबरेज को ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ का लगाने के लिए मजबूर किया गया और इस दौरान उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। वहीं, पुलिस सूत्रों के अनुसार, पहले अंसारी ने खुद को ‘सोनू’ बताकर बचने की कोशिश की। इसके बाद हालांकि उसने अपना असली नाम बता दिया। इसी के बाद भीड़ ने उस पर ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए दबाव डाला।
पिटाई के बाद भीड़ ने उसे पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस उसे थाने ले गई। हालांकि, उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और रविवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई। अंसारी की पत्नी ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने वक्त रहते चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराया, जिससे अंसारी की मौत हुई। सरायकेला के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस., अंसारी के परिवार से मिले और उसकी पत्नी के एफआईआर के आधार पर ही गिरफ्तारी हुई। राजनीतिक पार्टियों ने इस घटना की निंदा की है।