लोकसभा की पीठासीन सभापति और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद रमा देवी पर समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी पर पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि आजम खान ने अपने इस बयान से शालीनता की सभी सीमाएं पार कर दी हैं। उनके इस बयान के बाद लगता है कि वह मानसिक रूप से बीमार हैं।
सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा, “आज़म खान द्वारा बार बार दिए गए ऐसे बयान यह साबित करते हैं की वह मानसिक विकृति से ग्रस्त हैं। कल संसद में महिला सभापति को सम्भोधित करते हुए दिया गया उनका ब्यान बदसलूकी की सारी हदें पार कर गया। संसदीय मर्यादा का तकाज़ा है की आज़म खान को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये।”
आज़म खान द्वारा बार बार दिए गए ऐसे बयान यह साबित करते हैं की वह मानसिक विकृति से ग्रस्त हैं. कल संसद में महिला सभापति को सम्भोधित करते हुए दिया गया उनका ब्यान बदसलूकी की सारी हदें पार कर गया. संसदीय मर्यादा का तकाज़ा है की आज़म खान को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 26, 2019
क्या है मामला?
दरअसल, लोकसभा में तीन तलाक पर रोक लगाने के प्रावधान वाले विधेयक पर चर्चा के दौरान गुरुवार (25 जुलाई) को को उस समय विवाद की स्थिति बन गई जब पीठासीन सभापति और भाजपा सांसद रमा देवी को लेकर समाजवादी पार्टी नेता आजम खान की एक टिप्पणी पर भाजपा सदस्यों ने जोरदार विरोध जताया और उनसे माफी की मांग की थी।
आजम खान जब ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019’ पर सदन में हो रही चर्चा में भाग ले रहे थे तो पीठासीन सभापति रमा देवी ने उनसे आसन की ओर देखकर बोलने को कहा। इस पर खान ने कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी की जिस पर भाजपा के सदस्यों ने जोरदार विरोध किया। पीठासीन सभापति रमा देवी भी कहते सुनी गईं कि यह बोलना ठीक नहीं है और इसे रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने इसके लिए आजम खान से माफी मांगने को भी कहा। उस समय भाजपा के सदस्य माफी पर अड़े रहे और टीका-टिप्पणी जारी रही। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, वन और पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो तथा गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने आसन से मांग की थी कि आजम खान को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने का निर्देश दिया जाना चाहिए।