अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को बीजेपी समर्थकों द्वारा उनकी पत्रकार बेटी पर इस्लाम धर्म कबूल करने के आरोप लगाने के बाद जमकर अपनी भड़ास निकाली। बीजेपी समर्थक द्वारा पत्रकार सुहासिनी हैदर को ‘मुस्लिम महिला’ कहे जाने पर स्वामी ने पलटवार करते हुए कहा कि उनकी बेटी ने ‘इस्लाम धर्म’ कबूल नहीं किया है।
दरअसल, गुरुवार को संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान जायद मेडल से सम्मानित करने की घोषणा की। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान ने ट्वीट कर कहा है, “भारत के साथ हमारी ऐतिहासिक और व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जिसके पीछे मेरे परम मित्र नरेंद्र मोदी का बहुत योगदान है, जिन्होंने इन रिश्तों को और मजबूत किया है।”
उन्होंने आगे लिखा है, “द्विपक्षीय संबंधों में गर्मजोशी लाने के लिए यूएई के राष्ट्रपति ने उन्हें जायद मेडल से नवाजा है।” इस पर सुहासिनी हैदर ने ट्वीट किया था, “क्या पीएम द्वारा अबू धाबी मंदिर में संभावित यात्रा के लिए जायद मेडल की घोषणा की गई है? चुनाव प्रचार के दौरान किसी विदेशी सरकार द्वारा इस तरह की घोषणा अजीब है।”
हैदर के इस ट्वीट पर डैश नाम की एक यूजर ने लिखा कि समझ में नहीं आता कि इस ‘मुस्लिम महिला’ ने हमेशा हिंदुओं और बीजेपी के खिलाफ धर्मांतरण क्यों किया?” डैश के इस हमले पर आपत्ति जताते हुए स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया है। साथ ही उन्होंने भड़ास निकालते हुए यूजर पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और जानवरों की उसकी तुलना की।
बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने गुरुवार (4 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को ‘‘काफी बढावा’’ देने के लिए प्रतिष्ठित जायद मेडल से सम्मानित किया। यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान ने राजाओं, राष्ट्रपतियों और राष्ट्राध्यक्षों को दिए जाने वाले इस सर्वोच्च सम्मान से प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित किया। सुहासिनी हैदर द हिंदू अखबार के लिए राष्ट्रीय संपादक और राजनयिक मामलों के संपादक के रूप में काम करती हैं। उनकी शादी भारत के पूर्व विदेश सचिव सलमान हैदर के बेटे नदीम हैदर से हुई है।