बलिदान बैज विवाद: सुब्रमण्यम स्वामी ने एमएस धोनी को बिन मांगी दी सलाह, बोले- ‘भारत विरोधी ताकतें चाहेंगी कि ये विवाद बढ़े’

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अपनी टिप्‍पणियों को लेकर अक्‍सर सुखिर्यों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के दस्ताने से भारतीय सेना के ‘बलिदान’ बैज के लोगो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि धोनी को आईसीसी के नियमों का पालन चाहिए, क्योंकि इससे उनका कुछ नुकसान नहीं होने वाला।

सुब्रमण्यम स्वामी

भाजपा नेता नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा, “धोनी को मेरी बिन मांगी सलाह- ICC के नियम चाहे कितनी भी दखल देने वाले हों, लेकिन इनको मानकर आप कुछ नहीं खोने वाले। आपके बेहतरीन क्रिकेट के सामने ये विवाद कुछ नहीं है, इसलिए इसे खत्म कीजिए। भारत विरोधी ताकतें चाहेंगी कि ये विवाद बढ़े।”

सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट ने उनके कई फॉलोअर्स ने असहमति जताई। इसी बीच, उनके इस ट्वीट पर अजय कुमार सिंह नाम के एक यूजर ने कमेंट कर लिखा कि धोनी को ग्लव्स रखने चाहिए, क्योंकि आईसीसी की हिम्मत नहीं है कि वो भारतीय टीम को वर्ल्ड कप से बेदखल करे। इस पर स्वामी ने जवाब देते हुए लिखा, “और अगर वे (आईसीसी) धोनी को ही सस्पेंड कर दें तो?”

बता दें कि, आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अपील की कि वह धोनी से उनके दस्तानों पर बने सेना के खास लोगो को हटाने को कहे। आईसीसी विश्वकप-2019 में भारत के पहले मैच में धोनी साउथ अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर इंडियन पैरा स्पेशल फोर्स के चिह्न के साथ खेल रहे थे।

आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि वह धोनी के दस्तानों पर से यह चिह्न हटवाए। आईसीसी के महाप्रबंधक, रणनीति समन्वय, क्लेयर फरलोंग ने कहा, ‘हमने बीसीसीआई से इस चिह्न को हटवाने की अपील की है।’ धोनी के दस्तानों पर ‘बलिदान ब्रिगेड’ का चिह्न है। सिर्फ पैरामिलिट्री कमांडो को ही यह चिह्न धारण करने का अधिकार है।

बता दें कि धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली थी। धोनी ने अपनी पैरा रेजिमेंट के साथ खास ट्रेनिंग भी हासिल की है। सेना के प्रति इस पूर्व भारतीय कप्तान का प्यार किसी से छिपा नहीं है। वह पहले भी कई बार बता चुके हैं कि वह भी सेना जॉइन करने का सपना देखते थे।

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