देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार (7 नवंबर) को वायु प्रदूषण ‘बेहद गंभीर’ स्तर पर पहुंच गया। प्रदूषण परमीसिबल स्टैंडर्ड (अनुमेय स्तर या सहन करने योग्य स्तर) से कई गुना अधिक होने के चलते पूरी दिल्ली धुंध की मोटी चादर में लिपट गई। बीती शाम से वायु की गुणवत्ता और दृश्यता में तेजी से गिरावट आ रही है तथा नमी और प्रदूषकों के मेल के कारण शहर में घनी धुंध छा गई है।
मंगलवार सुबह 10 बजे तक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हवा की गुणवत्ता को ‘बेहद गंभीर’ स्थिति में बताया, जिसका मतलब यह है कि प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान से खेतों में पराली जलाने के खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देने को कहा।
इसके साथ ही हाईकोर्ट ने कहा कि खेतों में पराली जलाना भले ही दिल्ली में फैले स्मॉग की सबसे बड़ी वजह दिखाई दे रही हो लेकिन इस समस्या के और भी कई कारण हैं।
Delhi High Court observed "stubble burning may be the visible villain but there are other contributory factors too"
— ANI (@ANI) November 7, 2017
साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि स्मॉग की वजह से बच्चों के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा और बुजुर्गों को सुबह की सैर करने से रोकने की सलाह देने वाली जारी नोटिस बताती है कि स्थिति कितनी गंभीर हो चुकी है।
इस बीच प्रदूषण पर रोकथाम के लिए बनी संस्था ईपीसीए (EPCA) ने दिल्ली में तुरंत सभी पार्किंग स्थलों की फीस चार गुनी बढ़ाए जाने के आदेश दिए हैं। ईपीसीए ने इसके साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ाने के लिए दिल्ली की सड़कों पर और ज्यादा बसों को उतारने के आदेश दिए हैं।
Environment Pollution (Prevention and Control) Authority (EPCA) directs immediate enhancement of parking fee by four times #Delhi
— ANI (@ANI) November 7, 2017
ख़बरों के मुताबिक, ईपीसीए ने बताया कि पार्किंग फीस बढ़ाने की वजह ये है कि लोग कम से कम घरों से अपनी कारों से निकले। स्मॉग में इन गाड़ियों से निकलने वाली धुंए का अहम रोल होता है। इसलिए पार्किंग की फीस बढ़ाई ताकि कम से कम लोग कारों से सफर करें। लोगों को यातायत की दिक्कत न हो इसलिए बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
सिसोदिया से स्कूल बंद करने का किया आग्रह
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि दिल्ली गैस चेंबर बन गई है। साथ ही केजरीवाल ने शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया से दिल्ली के स्कूल बंद करने पर विचार करने को कहा है। केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली गैस चैंबर बन चुका है। हर बार इस समय ऐसा ही होता है। अन्य राज्यों में पुआल जलाने की समस्या का समाधान ढूंढना ही होगा।’
साथ ही केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट कर कहा कि, ”प्रदूषण के बढ़े स्तर को देखते हुए, मैंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूलों को कुछ दिनों तक बंद रखने पर विचार करने का आग्रह किया है। वहीं भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने भी बच्चों की सेहत पर वायु प्रदूषण के खतरनाक प्रभावों को देखते हुए दिल्ली सरकार से अपील की है कि वह स्कूलों में आउटडोर खेलों और ऐसी अन्य गतिविधियों को बंद करवाए।
फ्लाइट्स और ट्रेनें हुई लेट
बता दें कि, दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग का कहर है देखते हुए इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रनवे को रोक दिया गया है, जिससे लगभग 20 फ्लाइट्स प्रभावित हुई है। स्मॉग के कारण 12 ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं, वहीं सड़क पर लोगों का वाहन चलाने में काफी असुविधा हो रही है। घर के बाहर लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
डॉक्टरों ने सावधानियां बरतने की दी सलाह
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले तीन से पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इससे दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। डॉक्टरों ने स्मॉग को देखते हुए कुछ खास सावधानियां बरतने की बात कही है। डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है, इस कारण से घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।